साधुगाछी बस्ती की ढाई हजार आबादी को 3 दशक से 2 किमी सड़क का इंतजार
जर्जर सड़क-बजबजाते नाले, कहने को भगवानपुर पर भगवान ही मालिक
सेवा नियमित की आस में सेवानिवृत्त हो रहे दैनिक वेतनभोगी
घरों की छत पर बिजली के हाइटेंशन तार हादसे हो रहे पर नहीं सुनी जा रही गुहार
दम तोड़ रहीं स्काउट-गाइड की गतिविधियां खंडहर हो चुका भवन अब नशेड़ियों का अड्डा
मानदेय बढ़ाना तो दूर, किसान सलाहकार को संविदाकर्मी भी नहीं मान रही सरकार