वक्फ बोर्ड में गैर-इस्लामिक सदस्य नहीं होंगे शामिल- सांसद
मोतिहारी में भाजपा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सांसद राधा मोहन सिंह ने कहा कि वक्फ बोर्ड में किसी भी गैर-इस्लामिक सदस्य को शामिल नहीं किया जाएगा। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे मुसलमानों के...
मोतिहारी, एक संवाददाता। वक्फ बोर्ड में धार्मिक दान संबंधी गतिविधियों में किसी भी गैर-इस्लामिक सदस्य को शामिल नहीं किया जाएगा। धार्मिक संस्थाओं के प्रशासन में गैर-मुस्लिमों को शामिल करने का कोई प्रावधान नहीं है। यह बातें रविवार को भाजपा द्वारा नगर भवन में वक्फ सुधार जनजागरण अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि विपक्ष गलतफहमियां फैलाकर दावा कर रहा है कि यह विधेयक मुसलमानों की धार्मिक गतिविधियों और उनके द्वारा दान की गई संपत्तियों में हस्तक्षेप करने के लिए लाया जा रहा है। सांसद श्री सिंह ने कहा कि विपक्ष अपना वोट बैंक बनाने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय में डर पैदा करने की कोशिश कर रहा है। यदि 2013 में वक्फ कानून में संशोधन नहीं किया गया होता तो इस विधेयक की आवश्यकता ही नहीं पड़ती। लेकिन 2014 के चुनाव से पहले 2013 में तुष्टीकरण की खातिर रातों-रात वक्फ कानून में भारी बदलाव किया गया। जिसके कारण दिल्ली के लुटियन जोन में 123 हाई-प्रोफाइल संपत्तियां वक्फ को आवंटित कर दी गईं। कर्नाटक की एक समिति की रिपोर्ट के अनुसार वक्फ की 29,000 एकड़ जमीन को व्यावसायिक उपयोग के लिए पट्टे पर दिया गया है। 2001 से 2012 के बीच 2 लाख करोड़ रुपये की वक्फ संपत्तियां निजी संस्थाओं को 100 साल के लिए पट्टे पर दी गई है। सांसद श्री सिंह ने कहा कि 602 एकड़ भूमि के अधिग्रहण को रोकने के लिए बेंगलुरु में उच्च न्यायालय को हस्तक्षेप करना पड़ा। कर्नाटक के विजयपुर के होनवाड़ गांव में 1500 एकड़ जमीन को विवादित बनाकर पांच सौ करोड़ रुपये की जमीन सिर्फ 12 हजार रुपये प्रति माह किराए पर एक होटल को किराए पर दिया गया है। सांसद श्री सिंह ने कहा कि वक्फ बोर्ड की मुख्य भूमिका वक्फ संपत्तियों का दोहन करने वालों की पहचान कर उन्हें हटाना है। उसे उन लोगों पर ध्यान देना चाहिए जिन्होंने सैकड़ों वर्षों से बेहद कम दरों पर वक्फ के नाम पर संपत्तियां लीज पर ले रखी हैं। उन्होंने कहा कि वक्फ से होने वाली आय कम होती जा रही है। वक्फ का पैसा अल्पसंख्यक समुदाय के विकास और इस्लाम की संस्थाओं को मजबूत करने के लिए होता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपने शासन के दौरान चली आ रही मिलीभगत को जारी रखना चाहता है। वही भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तुफैल कादरी ने कहा कि देश भर में वक्फ की संपत्तियों को भू-माफियाओं ने निजी संपत्ति बना लिया। मोतिहारी से लेकर पूरे देश में वक्फ का लाभ अमीर वर्ग उठा रहे है। कार्यक्रम को मोतिहारी विधायक प्रमोद कुमार, प्रदेश महामंत्री अल्पसंख्यक मोर्चा मोहिब्बुल हक सहित कई अल्पसंख्यक नेताओं ने संबोधित किया। संचालन गुलरेज शहजाद ने किया। मौके पर उपमहापौर डॉ. लालबाबू प्रसाद, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता एजाज खान, जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा अब्दुल कलाम, पूर्व प्रदेश महामंत्री साकिब जमानी सहित बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उपस्थित थे।
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