मोतिहारी में कपड़ा व्यवसायियों की समस्याएं बढ़ रही हैं। लगभग 25,000 कपड़ा व्यवसायी हैं, लेकिन प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं कर रहा। व्यवसायियों ने नगर निगम से कम किराए पर दुकानें और बेहतर...
बिहार के मूर्तिकार अपने पारंपरिक पेशे में संघर्ष कर रहे हैं। परिवार के सदस्य आर्थिक तंगी के कारण बच्चों को भी काम में लगाते हैं। मूर्तिकारों का कहना है कि उन्हें सरकारी सहायता और स्थाई बाजार नहीं...
मोतिहारी में ईंट भट्ठा संचालक कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। कोयले की कमी और महंगे दामों पर मिट्टी खरीदने के कारण ये व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं। अवैध भट्ठों के कारण लाइसेंसी संचालकों को नुकसान हो...
जमला रोड पर लगभग 200-250 व्यवसायिक प्रतिष्ठान हैं, लेकिन यहां जलजमाव और सुविधाओं की कमी से व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं। बरसात में जलभराव के कारण स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति घट रही है। ओपेन नाले के...
मोतिहारी के प्रधान डाकघर में लघु बचत अभिकर्ताओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लाइसेंस नवीनीकरण में देरी, कमीशन में कटौती और सुरक्षा की कमी जैसे मुद्दे हैं। महिला अभिकर्ताओं को विशेष रूप...
जानपुल चौक और उसके आस-पास के इलाकों में व्यापार बढ़ रहा है, लेकिन सुविधाओं की कमी है। यहां जाम, खुले नाले, और मांस व मछली की खुली बिक्री जैसी समस्याएं हैं। स्थानीय व्यवसायी शौचालय, यूरिनल, और यात्री...
आशा कार्यकर्ता सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरों में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए काम कर रही हैं। वे महीने में केवल 1000 रुपये मानदेय पर काम करती हैं और प्रोत्साहन राशि की मांग कर रही हैं। मोबाइल...
मोतिहारी में लाइसेंसी दवा दुकानों की संख्या लगभग तीन हजार है, जबकि गैर लाइसेंसी दुकानों की संख्या दस हजार से अधिक है। दवा दुकानदारों का आरोप है कि ड्रग विभाग केवल लाइसेंसी दुकानों को परेशान कर रहा है।...
जिले में लगभग 5600 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जहां सेविकाएं गर्भवती महिलाओं और बच्चों की देखभाल करती हैं। इनका मासिक मानदेय मात्र 7000 रुपये है, जो पर्याप्त नहीं है। सेविकाएं अतिरिक्त काम करने के बावजूद...
मोतिहारी शहर में वाहनों की संख्या और अतिक्रमण के कारण पार्किंग और टेम्पो पड़ाव की कमी से लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ई-रिक्शा का बेवजह संचालन और स्कूल बसों के कारण जाम की समस्या बढ़...