वायुसेना को तेजस लड़ाकू विमान मिलने में क्यों देरी? हाई लेवल पैनल गठित, एक महीने की डेडलाइन
- रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय समिति का गठन हुआ है। इन्हें एलसीए कार्यक्रम में अड़चनों की पहचान करने और उत्पादन में तेजी लाने के उपाए बताने होंगे।
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भारतीय सेना को हल्के लड़ाकू विमान (LCA) एमके-1ए मिलने में देरी का मुद्दा इन दिनों गरमाया हुआ है। अब रक्षा मंत्रालय ने इसके उत्पादन और आपूर्ति में देरी को दूर करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अधिकारियों ने बताया कि एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। वायु सेना प्रमुख एपी सिंह ने कुछ दिनों पहले एलसीए विमानों की डिलीवरी में देरी का मामला उठाया था। दरअसल, बीते दिनों ऑपरेशनल स्क्वाड्रनों की संख्या में लगातार गिरावट देखी गई है। ऐसी स्थिति में भारतीय वायुसेना अपने लड़ाकू जेट बेड़े को काफी मजबूत करना चाहती है। आईएएफ को अपने लड़ाकू स्क्वाड्रनों की ताकत में बढोतरी के लिए हल्के लड़ाकू विमानों की जरूरत है। इसीलिए ऐसे 83 विमानों का ऑर्डर पहले ही दिया जा चुका है।
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय समिति का गठन हुआ है। इन्हें एलसीए कार्यक्रम में अड़चनों की पहचान करने और उत्पादन में तेजी लाने के उपाए बताने होंगे। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि पैनल को अपनी रिपोर्ट एक महीने के भीतर सौंपनी होगी। क्या विमान निर्माण में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ाया जाएगा? मौजूदा हालात में यह अहम सवाल बन गया है। जानकारों का मानना है कि ऐसा करके विमानों की डिलीवरी में तेजी लाई जा सकती है। हालांकि, इसकी क्या प्रक्रिया होगी और किन कंपनियों को मौका दिया जाएगा? समिति के सदस्य इन सवालों के जवाब देने की कोशिश कर सकते हैं।
HAL ने तेजस की आपूर्ति जल्द करने का दिया आश्वासन
तेजस के निर्माता हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने बीते दिनों आश्वासन दिया था कि वह जल्द भारतीय वायुसेना को विमान की आपूर्ति शुरू कर देगा और तकनीकी दिक्कतें दूर हो गई हैं। एचएएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक डी के सुनील ने कहा कि देरी केवल उद्योग में सुस्ती के कारण नहीं हुई है। उन्होंने एयरो इंडिया 2025 कार्यक्रम में कहा, 'कुछ तकनीकी दिक्कतें थीं, जिन्हें सुलझा लिया गया है। वायुसेना प्रमुख की चिंता जायज है।' सुनील के अनुसार, विभिन्न स्तरों पर बैठकें हो चुकी हैं और केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम एचएएल जल्द विमान की आपूर्ति करेगा। सुनील की यह प्रतिक्रिया वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह के बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने भारतीय वायुसेना को तेजस की आपूर्ति में देरी पर चिंता जताई थी।