रांची रेलमंडल में 750 लोको पायलट 12 से 20 घंटे तक ड्यूटी कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। साप्ताहिक आराम 14 घंटे है, जबकि उनकी मांगें अनसुनी हैं। सुरक्षा के लिए ड्यूटी घंटे घटाने की...
झारखंड में एनएचएम के अनुबंधित एएनएम और जीएनएम कर्मियों ने नियमितीकरण और वेतन वृद्धि की मांग की है। ये कर्मी लंबे समय से काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें उचित वेतन और सरकारी सुविधाओं से वंचित रखा गया है।...
रांची में ब्लॉक रिसोर्स पर्सन (बीआरपी) और क्लस्टर रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) 20 साल से अल्प मानदेय पर काम कर रहे हैं। सरकार ने मानदेय वृद्धि की घोषणा की, लेकिन आठ माह बाद भी भुगतान नहीं हुआ है। इन...
रांची के आदिवासी अनुसूचित जाति महिला छात्रावास की स्थिति बेहद खराब है। छात्राओं को पानी, बिजली और सुरक्षा की कमी का सामना करना पड़ रहा है। 350 छात्राओं के लिए केवल 32 कमरे हैं, जिससे भीड़भाड़ हो रही...
रांची के पास लोहरा टोली के लोग बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। पानी, शौचालय, पक्की सड़क और साफ-सफाई की समस्याएँ हैं। नगर निगम और सरकार की अनदेखी के कारण लोग स्वास्थ्य सुविधाओं और सरकारी लाभ...
कांटाटोली स्थित जमीयतुल कुरैश पंचायत के लोगों ने कहा कि वे बुनियादी सुविधाओं की कमी झेल रहे हैं। बेरोजगारी इस कदर है कि लोग बच्चों को स्कूल भेजने में सक्षम नहीं हैं। सड़क बदहाल है। अतिक्रमण के कारण रोजमर्रा के जीवन में परेशानी झेलनी पड़ती है। मोहल्ले में गंदगी भी है।
झारखंड के कलाकारों ने राज्य की मूल संस्कृति को आधुनिक विकास में संरक्षित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यक्रमों में उन्हें कम मानदेय मिलता है और भुगतान में देरी होती है।...
झारखंड में सिख समुदाय के लोग अल्पसंख्यक प्रमाणपत्र की मांग कर रहे हैं, जिससे वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। रांची में 15 हजार सिख रहते हैं, लेकिन उन्हें ओबीसी प्रमाण पत्र नहीं मिलने से आरक्षण का...
रांची में सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारियों ने पेंशन भुगतान आदेश (पीपीओ) और चिकित्सा पुनर्भुगतान में देरी की समस्या उठाई है। नियमों के अनुसार, कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के समय पीपीओ मिलना चाहिए,...