गया जंक्शन पर पहली बार CBI की 11 घंटे तक रेड, रेल डिपो इंचार्ज समेत 3 हिरासत में; क्या है पूरा मामला
गया रेल डिपो इंचार्ज पर सीबीआई व रेल विजिलेंस टीम को यह शिकायत मिली कि रेलवे द्वारा ठेकेदार के माध्यम से जो सामग्री डिपो में आता था। उसे ग्रुप डी के कुछ कर्मियों के माध्यम से लेनदेन किया जाता है। जांच में टीम को गड़बड़ी की शिकायत मिली है। सूत्रों ने बताया कि आगे और भी जांच की जाएगी।

गया जंक्शन के रेल डिपो से रेल सामग्री में गड़बड़ी किये जाने की शिकायत पर सोमवार को पटना सीबीआई तथा रेल विजिलेंस हाजीपुर की संयुक्त टीम की करीब 11 घंटे तक छापेमारी की। इस दौरान डिपो इंचार्ज सीनियर सेक्शन इंजीनियर (ट्रैक डिपो) आरडी चौधरी और दो ग्रुप डी रेल कर्मियों की संलिप्ता को लेकर उन्हें हिरासत में लेते हुए पूछताछ के लिए साथ पटना ले गई। डेहरी स्टेशन पर कार्यरत सीनियर रेल सेक्शन इंजीनियर राजकुमार द्वारा करोड़ों रुपए का सामान चोरी कर बेचने का लगे आरोप को लेकर सीबीआई ने गया में यह कार्रवाई की है। दो दिन पहले डेहरी व सोननगर में सीबीआई व हाजीपुर रेल विजिलेंस ने छापेमारी कर रेल अधिकारी समेत चार रेल कर्मियों को गिरफ्तार किया था।
गया रेल डिपो इंचार्ज पर सीबीआई व रेल विजिलेंस टीम को यह शिकायत मिली कि रेलवे द्वारा ठेकेदार के माध्यम से जो सामग्री डिपो में आता था। उसे ग्रुप डी के कुछ कर्मियों के माध्यम से लेनदेन किया जाता है। जांच में टीम को गड़बड़ी की शिकायत मिली है। सूत्रों ने बताया कि आगे और भी जांच की जाएगी।
जांच में बड़े मामले का उजागर होने की संभावना है। जांच में मिली गड़बड़ी के तहत डिपो इंचार्य पर आय से अधिक संपत्ति का भी मामला दर्ज किये जाने की तैयारी हो रही है। सोमवार की सुबह 10 बजे से पटना सीबीआई के 5 सदस्यीय टीम में शामिल एक डीएसपी, तीन इंस्पेक्टर तथा एक स्टाफ तथा हाजीपुर जोन के दो विजिलेंस अधिकारी की टीम ने रात 9 बजे तक जांच की कार्रवाई में जुटे रहे।
बताया गया कि रेल संपत्ति की चोरी कर अवैध तरीके से करोड़ों रुपए की कमाई की सूचना पर सीबीआई की टीम ने रेल विजलेंस की टीम के साथ छापेमारी की कार्रवाई में जुटी है। सीबीआई की गया जंक्शन पर यह पहली कार्रवाई है। इस छापेमारी से रेलवे के लोगों में हड़कंप मच गया है।