कांग्रेस अब जिस तरीके से जातीय जनगणना के बहाने पिछडे़ वर्ग को आंदोलित करना चाह रही है, उससे अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव और एम के स्टालिन जैसे सहयोगियों के भी कान खडे़ हो सकते हैं…
एक कार्यक्रम में पीएम मोदी शरद पवार के लिए सहारा बने और उन्हें अपने हाथों से कुर्सी को पकड़कर बिठाया। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री ने खुद बोतल खोलकर शरद पवार के लिए पानी भी गिलास में निकाला।
नीलेश कुमार कुलकर्णी द्वारा लिखित पुस्तक ‘संसद ते सेंट्रा विस्टा’ (संसद से सेंट्रल विस्टा तक) के विमोचन के दौरान राउत ने कहा, ‘शरद पवार हमारे विरोधी नहीं हैं। वह कभी हमारे दुश्मन नहीं रहे। वह हमारे मार्गदर्शक और हमारे नेता हैं। वह हमारे महादजी शिंदे हैं।’
एक कार्यक्रम में राउत ने एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार की तुलना मराठा सेनापति महादजी शिंदे से कर दी जिन्होंने 18वीं सदी में दिल्ली पर फतह हासिल की थी।
फिलहाल वह एनसीपी नेता और विधायक जितेंद्र अव्हाड (शरद पवार ग्रुप) के निजी सहायक हैं लेकिन उनका मोहभंग हो चुका है। सूत्रों ने बताया कि जल्द ही वह अजित गुट में शामिल होने जा रहे हैं।
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे दिल्ली पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की और गुरुवार दोपहर को आप प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की।
अंत में संजय राउत ने शरद पवार के साहित्य सम्मेलन में भूमिका पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हो रहा साहित्य सम्मेलन राजनीति से प्रेरित है, साहित्य से उसका कोई संबंध नहीं है।
कपिल सिब्बल ने कहा, ‘तारिक अनवर साहब के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं। यह सवाल उन्होंने उठाया है, वह काफी अच्छा है। अरविंद केजरीवाल जब गुजरात, हरियाणा, गोवा जैसे राज्यों में कैंडिडेट खड़े कर रहे थे तो तारिक भाई ने कोई सवाल नहीं उठाया।’
कटिहार, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि दो दशक के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं था जब दोनों एक-दूसरे के पास बैठने से बचते नजर आए। इससे पहले दोनों ने 2025 कृषि महोत्सव के उद्घाटन समारोह में भी एक-दूसरे के पास बैठने से इंकार कर दिया था।