दस साल पहले जिसकी हत्या के आरोप में बाप-बेटे जेल गए वो जिंदा लौटा, साथ में आई दूसरी पत्नी; गांव में तनाव
पहली पत्नी ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। अब इलियास के गांव लौटने पर सिराज अंसारी का परिवार और ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने युवक पर झूठे मुकदमे में फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।

बिहार में एक चौंकने वाला मामला सामने आया है। यहां दस साल पहले जिस शख्स की हत्या के आरोप में बाप-बेटे को जेल की हवा खानी पड़ी थी वो शख्स अब जिंदा लौट आया है। युवक के सही-सलामत लौट कर आने के बाद गांव में तनाव फैल गया है। पूरा मामला पूर्णिया जिले का है। यहां मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महराजपुर पंचायत के रमना टोला गांव में दस साल पहले अपहृत और मृत मान लिए गए मो. इलियास अंसारी के अचानक लौट आने से सनसनी फैल गई। इलियास अपनी दूसरी पत्नी और बच्चों के साथ गांव लौटा है।
साल 2014 में इलियास के पिता सलीम अंसारी ने गांव के ही समधी सिराज अंसारी और उनके परिवार पर बेटे के अपहरण व हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इस आरोप में सिराज अंसारी और उनके पुत्र को जेल भी जाना पड़ा था। मामले की पड़ताल में सामने आया कि इलियास की शादी सिराज अंसारी की बेटी से हुई थी, लेकिन परिजनों की नाराजगी के कारण उसे नेपाल भेज दिया गया, जहां उसकी दूसरी शादी करवाई गई।
इस दौरान पहली पत्नी ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली। अब इलियास के गांव लौटने पर सिराज अंसारी का परिवार और ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने युवक पर झूठे मुकदमे में फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। थानाध्यक्ष उत्तम कुमार ने कहा कि फिलहाल कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, आवेदन मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।