मॉडल अस्पताल में 2 नई अल्ट्रासाउंड मशीनें लगायी गयीं, इंतजार से मिलेगी निजात
मॉडल अस्पताल में 2 नई अल्ट्रासाउंड मशीनें लगायी गयीं, इंतजार से मिलेगी निजातमॉडल अस्पताल में 2 नई अल्ट्रासाउंड मशीनें लगायी गयीं, इंतजार से मिलेगी निजातमॉडल अस्पताल में 2 नई अल्ट्रासाउंड मशीनें लगायी...

मॉडल अस्पताल में 2 नई अल्ट्रासाउंड मशीनें लगायी गयीं, इंतजार से मिलेगी निजात अस्पताल आने वाले सभी मरीजों का होगा अल्ट्रासाउंड अब तक महज 40 मरीजों का का हो एक दिन में हो पाती थी जांच डीपीएम ने निरीक्षण कर कमियों को दूर करने का दिया निर्देश फोटो : डीपीएम : मॉडल हॉस्पिटल का बुधवार को निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश देते डीपीएम श्याम कुमार निर्मल। बिहारशरीफ, एक संवाददाता। सदर अस्पताल में बनाये गये मॉडल हॉस्पिटल में बुधवार को दो नई अल्ट्रासाउंड मशीनें लगायी गयीं। ऐसे में अब आने वाले सभी जरूरतमंद मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया जा सकेगा। अब तक रोजाना 40 लोगों का ही अल्ट्रासाउंड रोजाना हो पाता था।
इस कारण दूरदराज से आने वाले मरीजों को वापस लौटना पड़ता था। बुधवार को डीपीएम श्याम कुमार निर्मल ने मॉडल अस्पताल का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने प्रबंधक मो. इरफान व लेखापाल सुरजीत कुमार से कहा कि मॉडल अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता बनाए रखना विभाग की प्राथमिकता है। मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। जो भी समस्या आ रही हैं उसे शीघ्रता से दूर की जाए। उन्होंने अल्ट्रासाउंड सेवाओं पर विशेष रूप से नाराजगी जताई। बताया कि विभाग को यह शिकायत मिली है कि प्रतिदिन केवल 40 मरीजों का ही अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है और उसके बाद आने वाले मरीजों को लौटा दिया जा रहा है। इससे मरीजों को भारी परेशानी होती है। नई सेवा शुरू होने से प्रतिदिन अधिक से अधिक मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया जा सकेगा। उन्होंने अस्पताल के बीचों-बीच खाली पड़ी जगह को चिह्नित करते हुए वहां मरीजों व उनके परिजनों के बैठने के लिए पर्याप्त संख्या में कुर्सियों की व्यवस्था की जाए। अस्पताल आने वाले मरीज केवल इलाज के लिए ही नहीं, बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से भी थके हुए होते हैं। ऐसे में उन्हें आराम और सुविधा मिलना बेहद आवश्यक है। अस्पताल के दवा वितरण केंद्र पर भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त काउंटर खोलने की व्यवस्था की जा रही है। ताकि, मरीजों को दवा लेने में विलंब न हो। उन्होंने यह भी कहा कि गर्मी को ध्यान में रखते हुए अस्पताल परिसर में पंखों की समुचित व्यवस्था कराई जा रही है। इससे मरीजों और उनके परिजनों को राहत मिल सकेगी। इसके अलावा अस्पताल परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए एक सेवानिवृत्त फौजी को गार्ड के रूप में तैनात किया गया है, जो अस्पताल में अनुशासन बनाए रखने में सहायता करेगा। मॉडल अस्पताल को पूरी तरह से सुचारू, सुरक्षित और सेवायुक्त केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता है कि जिले के सभी मरीजों को यहां इलाज की बेहतर सुविधा मिले। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन और सभी संबंधित कर्मचारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी मरीज को बिना कारण परेशानी न उठानी पड़े। अस्पताल की छवि एक जनसेवा केंद्र के रूप में बने, इसके लिए सभी को सामूहिक रूप से प्रयास करना होगा।
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