तीस साल पुराना बाजार मांगे सुरक्षा-पानी के साथ उजाला
Farrukhabad-kannauj News - दिल्ली रोड पर हाथीपुर गांव का बाजार 30 साल पहले शुरू हुआ था, अब यह 400 से अधिक दुकानों वाला बड़ा बाजार बन चुका है। हालांकि, दुकानदारों ने बुनियादी सुविधाओं की कमी, जलभराव, सीसीटीवी कैमरे और साफ-सफाई...
दिल्ली रोड पर 30 वर्ष पहले जब हाथीपुर गांव में व्यापारिक गतिविधियां शुरू हुई थीं तो उस समय गिनीचुनी दुकानें ही हुआ करती थीं। बेहतर कनेक्टिविटी और आसपास लगे दर्जनों गांवों की वजह से हाथीपुर बाजार अब व्यापक हो गया है। चार सौ से अधिक दुकानें इस बाजार में हैं। बाजार को देखकर यह कोई शहरी बाजार से कम नहीं लगता है। यहां पर सराफा से लेकर रेडीमेड गारमेंट्स, बर्तन, रेस्टोरेंट सरीखे तमाम प्रकार की दुकानें खुल चुकी हैं। सैकड़ों की तादाद में खरीदार यहां पर पहुंचते हैं। भीड़भाड़ वाले बाजार में तब्दील हाथीपुर बाजार में बुनियादी समस्याओं का समाधान न होने का दर्द दुकानदारों में है।
आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से दुकानदारों ने समस्याओं पर चर्चा की। दुकानदार दिनेश कुमार कहने लगे कि दिल्ली रोड पर होने के बाद भी इस बाजार में बुनियादी सुविधाएं तक नहीं हैं। पीने के पानी को एक भी वाटर कूलर तक नहीं लगा है। जबकि इसके लिए कई बार मांग भी उठायी जा चुकी है। एक वाटर कूलर लगा था वह खराब हो चुका है। उसके सही होने की भी नौबत नहीं आ सकी है। राजकुमार पांडेय कहने लगे कि सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं। जबकि इस बाजार में 35 गांव के लोग खरीदारी को आते हैं। दूरदराज के खरीदारों के सामने सुरक्षा को लेकर चिंता बनी रहती है। प्रशासनिक स्तर से सीसीटीवी कैमरे यदि लगें तो दुकानदारों और खरीदारों में सुरक्षा का भाव जागृत होगा। दुकानदार अवनीश राजपूत को इस बात का दर्द है कि कई बार मांग करने के बाद भी नाला नहीं बनाया गया। नाला न बनने से सड़क के दोनों तरफ आने वाले समय में जलभराव का सामना करना पड़ेगा। इसके लिए ग्राम पंचायत या अन्य किसी स्तर से कदम उठाये जाने चाहिए। संदेश राठौर समस्या रखते हुए कहते हैं कि स्ट्रीट लाइटें कम से कम आठ से दस लगनी चाहिए। क्योंकि यह बाजार डेढ़ किलोमीटर तक फैला है और बाजार में सैकड़ों लोग सुबह से ही खरीदारी को पहुंचते हैं। रात में अंधाकुप होने की वजह से खरीदार भी जल्दी जल्दी घर निकल जाते हैं। मोहन शुक्ला कहते हैं कि साफ सफाई के इंतजाम भी कोई ठीक नहीं हैं । सड़कों पर कूड़ा पसरा रहता है जबकि यह महत्वपूर्ण मार्ग है। दिल्ली को जाने वाले वाहन इधर से ही गुजरते हैं। लतीफ खान कहने लगे कि सफाई व्यवस्था को पर्याप्त कर्मचारी तक उपलबध नहीं हैं इससे बाजार में सफाई व्यवस्था को लेकर दिक्कतें आ जाती हैं। अवधेश शुक्ला और पंकज मिश्रा कहते हैं कि भरपूर राजस्व देने वाले इस बाजार पर कोई तो मेहरबानी करे ताकि यह तरक्की कर सके। सुझाव- 1. सड़क के दोनों ओर नाला बनना चाहिए ताक जलभराव को रोका जा सके। 2. हाथीपुर के बाजार को कम से कम दस स्ट्रीट लाइटें चाहिए। 3. वाटर कूलर का भी इंतजाम करने की बेहद जरूरत है। 4. सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएं। 5. नियमित रूप से बाजार की साफ सफाई की व्यवस्था हर हाल में की जानी चाहिए। शिकायतें- 1. हाथीपुर के बाजार में नाला न होने से जलभराव की स्थिति हो जाती है। 2. स्ट्रीट लाइटें न होने से शाम को जल्द ही दुकाने बंद करनी पड़ती हैं। 3. सीसीटीवी कैमरे न लगने से असुरक्षा महसूस होती है। 4. साफ सफाई पर नियमित रूप से काम नहीं होता है। 5. हैंडपंप भी पर्याप्त नहीं लगे हैं इससे भी दिक्कतें आ रही हैं। बोले कारोबारी- सड़क के दोनों ओर नाला न बने होने से दिक्कतें आ रही हैं। बारिश में जलभराव की स्थिति बनेगी। -अंकित सक्सेना स्ट्रीट लाइट न लगी होने से रात में दिक्कत है। इससे दुकानदार भी असुरक्षित महसूस करते हैं। -रशीद बाजार में वाटर कूलर लगने चाहिए जिससे कि गर्मी में दुकानदार और ग्राहकों को सहूृलियत मिल सके। -रिंकू बाजार में कैमरें लग जाएं तो काफी सहूलियत मिलेगी। क्योंकि यहां पर दूर दराज से खरीददार पहुंचते हैं। -अलकदत्त मिश्रा
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