कला को बचाने को देशभर में यात्रा होगी
देहरादून में कला को बचाने और उसके बाजारीकरण के खिलाफ अश्विनी कुमार पृथ्वीवासी ने एक आंदोलन शुरू किया है। उन्होंने देहरादून कॉलेज ऑफ आर्ट में गोष्ठी में बताया कि कला अब वस्तु बन गई है और इसका मूल्य...

देहरादून। कला को बचाने एवं उसमें हो रहे बाजारीकरण के खिलाफ कलाकार और शिक्षक अश्विनी कुमार पृथ्वीवासी ने एक आंदोलन शुरू किया है। वह देशभर में यात्रा कर अलख जगाएंगे। बुधवार को देहरादून कॉलेज ऑफ आर्ट में एक गोष्ठी आयोजित की गई। इनटेंजिबल आर्ट और टेंजिबल आर्ट विषय पर आयोजित गोष्ठी में अश्विनी कुमार पृथ्वीवासी ने कहा कि कला कई प्रकार की होती है। उन्होंने विभिन्न समय में कला के बदले स्वरूप पर विस्तृत बात रखी। कहा कि आधुनिक समय में, कला काफी हद तक एक वस्तु बन गई है, इसका मूल्य वित्तीय लाभ और बाजार के रुझान में मापा जाता है। इसके खिलाफ जयपुर से एक यात्रा शुरू की गई है। जागरूकता फैलाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी यात्रा शुरू की गई है। यह यात्रा भारत भर के सैकड़ों शहरों की यात्रा करेगी। कला समुदायों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और रचनात्मक विचारकों के साथ मिलकर मानवता की सेवा करने वाली कला की ओर बदलाव को प्रेरित करेगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।