शोध कार्यों का लाभ रोगियों को मिले: मुख्य सचिव
Lucknow News - - मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सीबीएमआर की शासी निकाय की बैठक लखनऊ, विशेष

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा है कि शोध कार्यों का लाभ मरीजों को मिले। तकनीकी का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए और चिकित्सकों को संस्थान द्वारा विकसित तकनीकों के बारे जागरूक किया जाए। इससे न केवल संस्थान द्वारा विकसित तकनीकों को लोकप्रियता हासिल होगी, बल्कि इसका लाभ रोगियों के उपचार में भी मिलेगा। मुख्य सचिव ने बुधवार को सेंटर ऑफ बायोमेडिकल रिसर्च (सीबीएमआर) की शासी निकाय की बैठक में ये बातें कहीं। उन्होंने वृद्धावस्था में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अनुसंधान करने का सुझाव दिया। विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी कर वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य प्राप्त करने की ओर बढ़ चला है।
जनहित में किए जा रहे शोध कार्यों में शासन द्वारा संस्थान का हर संभव सहयोग किया जाएगा। सीबीएमआर के निदेशक आलोक धवन ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत स्थापित एक स्वायत्तशासी केंद्र है। यहां के वैज्ञानिक उच्च स्तरीय चिकित्सा शोध संस्थानों संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ, किंग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ व डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ के चिकित्सकों के लिए मरीजों के जटिल रोगों की पहचान और निदान का अनेक परीक्षण कर लाभ पहुंचा रहे हैं। इससे 400 से अधिक मस्तिष्क रोगियों को लाभ मिला है। न्यूक्लियर मैगेनेटिक रेजोनेन्स स्पेक्ट्रोस्कोपी (एनएमआर) द्वारा विगत कुछ वर्षों में किए गए अनुसंधान से विभिन्न बीमारियों से ग्रसित 2000 से अधिक रोगियों को लाभ पहुंचाया गया। बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा, सीबीएमआर के डीन प्रो. नीरज सिन्हा सहित शासी निकाय के अन्य सदस्यगण आदि उपस्थित थे।
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