गोदाम में खड़े पेट्रोल के तीन टैंकरों में लगी भीषण आग, धमाके से दहले उठे लोग
मेरठ में बुधवार की देर शाम हादसा हो गया। गोदा में खड़े पेट्रोल के टैंकर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। टैंकर में आग लगने की खबर से हड़कंप मच गया। जब तक आग को बुझाया जाता, देखते ही देखते दो और टैंकर ने आग पकड़ ली।

यूपी के मेरठ में बुधवार की देर शाम हादसा हो गया। टीपीनगर के पुट्ठा तेल डिपो के पास 33हजार केवीए की लाइन से गिरी चिंगारियों से तेल के चार टैंकर में आग लग गई। इनमें से एक टैंकर में तेल भरा हुआ था, जबकि बाकी खाली थे। टैंकर ने आग पकड़ ली और एक के बाद एक दर्जनभर धमाकों से इलाका दहल गया। टैंकर पर लगे ढक्कन हवा में 50-60 मीटर तक उड़ गए। आसपास के इलाके में लोगों के मकानों की खिड़कियों में लगे शीशे धमाके के कारण चटक गए और अफरातफरी का माहौल बन गया। धमाकों के बाद पास ही आरएएफ सेंटर से फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गए और आग को बढ़ने से रोका गया। इसके बाद फायर ब्रिगेड के परतापुर सेंटर से भी टीम पहुंच गई। काफी मशक्कत के बाद रात तक आग काबू की गई।
टीपीनगर के पुट्ठा में इंडियन ऑयल का तेल डिपा है। इसी डिपो के पास पुट्ठा निवासी शैली का खेत लोकेश ने अपने तेल के टैंकर खड़े करने के लिए किराये पर लिया हुआ है। यह खेत आबादी के बिलकुल पास है और आसपास मकान है। तेल डिपो से इस खेत की दूरी करीब 200 मीटर है। लोकेश के तेल टैंकर इंडियन ऑयल और एचपी पेट्रोल पंप तक तेल पहुंचाने का काम करते हैं और इसके बाद इसी खेत में खाली टैंकर को खड़ा किया जाता है। बुधवार को एक चालक को पेट्रोल का टैंकर लेकर मथुरा जाना था। तेल कराकर डिपो से बाहर आने के दौरान ही चालक को पता चला कि उसका बच्चा बीमार है। चालक ने अपने साथियों को बताया कि टैंकर को इसी खेत में खड़ा कर दिया। जिस जगह पर टैंकर को खड़ा किया था, उसके ऊपर से 33हजार केवीए की लाइन जा रही है। बुधवार शाम करीब 6.30 बजे के आसपास बिजली के तार टूटे और इनमें से उठी चिंगारी नीचे टैंकर पर आ गिरी। ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण टैंकर ने आग पकड़ ली और बढ़ती चली गई।
धमाके के साथ फटे ढक्कन और टायर, इलाका दहला
आग बढ़ी तो पूरा टैंकर आग की लपटों में घिर गया। इसी दौरान टैंकर के ढक्कन धमाके के साथ हवा में 50-60 मीटर ऊपर से उड़ गए। इस दौरान तेज धमाकों के कारण पूरा इलाका दहल गया और कई मकानों के खिड़कियों के शीशे चटक गए। लोगों में अफरातफरी का माहौल बन गया। आग की लपटें आसमान में 20 मीटर से ज्यादा ऊंचाई तक उठती दिखाई दी। पूरा इलाके में धुएं का गुबार फैल गया और लोगों में दहशत फैल गई। काफी लोग घरों से बाहर निकल आए। धमाकों की आवाज सुनकर पास ही मौजूद आरएएफ सेंटर से जवानों की टीम भी मौके पर पहुंच गई। आग बढ़ती देखकर आरएएफ ने ही अपनी फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां मौके पर बुलाकर आग बुझाना शुरू कर दिया।
पास खड़े तीन टैंकर भी चपेट में आए, धूं-धूं कर जले
पेट्रोल से भरे टैंकर के बराबर में लोकेश के तीन अन्य खाली टैंकर भी खड़े थे। आग की चपेट में ये टैंकर भी आ गए। इन्होंने भी आग पकड़ ली और तेज धमाकों के साथ इनके टायर एक के बाद एक फटने लगे। धमाकों से जमीन दहल गई। इलाके के लोग मौके पर पहुंच गए। फायर ब्रिगेड और पुलिस को कॉल किया गया। इसके बाद फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां दनादन मौके पर पहुंची। हालांकि इस दौरान तेल डिपो से कोई मदद बाहर नहीं भेजी गई।
फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची
फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां मौके पर पहुंची, जिसके बाद आग बुझाने का काम शुरू किया गया। आरएएफ और फायर टीम ने मिलकर करीब दो घंटे में आग काबू की। इस दौरान कई बार तो टैंकर से धमाके के साथ आग की लपटें कई मीटर तक हवा में ऊपर तक उठती देखी गई। इस दौरान फायर टीम ने आसपास मौजूद लोगों को दूर रहने की हिदायत दी और अपना अभियान जारी रखा।
सीएफओ मनु शर्मा ने बताया, आग की सूचना मिली थी। कुल चार टैंकर में आग लगी थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि खेत के ऊपर से गुजर रही बिजली की लाइन के तार टूटे थे, जिसके कारण आग लगी। फिलहाल आग को काबू कर लिया गया है। इस काम में दमकल की छह गाड़ियां और 20 लोगों की टीम लगी थी।