सीतापुर जिले में मस्जिद के चबूतरे को लेकर दो पक्षों (दोनों मुस्लिम) में विवाद हो गया। बहस से शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते मारपीट में बदल गया। प्रधान पक्ष लतीफ व उवैद पक्ष के लोग आपस में गाली गलौज करने लगे।
जीएसटी की चोरी के मकसद से कारोबारियों की तरफ से नया पैंतरा अपनाए जाने का मामला सामने आया है। प्रदेश में कई कारोबारियों ने करापवंचन के इरादे से कथित फर्जी क्रेडिट नोट जारी किए हैं, जिसके चलते कथित तौर पर कोई कसूर नहीं होते हुए भी प्रदेश के हजारों कारोबारी कानूनी पचड़े में फंस गए हैं।
लखनऊ में मंत्रोचारण के बीच दो लोगों ने इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया। मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि और शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर (पूर्व नाम वसीम रिजवी) की मौजूदगी में दोनों की घर वापसी का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
महाराजगंज में हनीमून पर गोवा गई दुल्हन के साथ एक घटना घट गई। बेडरूम के अंदर डॉक्टर दूल्हे ने कुछ ऐसा कर दिया, जिसके बाद दुल्हन चीखने लगी। दूल्हे की हरकत से परेशान दुल्हन रात को ही फ्लाइट से वापस अपने घर आ गई।
संभल में पिछले साल हुई हिंसक घटनाओं को लेकर प्रशासन शहर की सुरक्षा के लिए संवेदनशील क्षेत्रों सहित 127 स्थानों पर 300 'क्लोज सर्किट टेलीविजन' (सीसीटीवी) कैमरे लगाने जा रहा है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
मेरठ यूनिवर्सिटी कैंपस में लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी मधुमक्खियों ने तांडव मचाया। सुबह से दोपहर तीन बजे तक कैंपस में डेढ़ सौ से ज्यादा छात्र-छात्राओं और अपने काम के लिए पहुंचे लोगों को मधुमक्खियों ने हमला कर घायल कर दिया।
एक शख्स अपनी मकान के नीचे ही फूलों की दुकान करता है। उसके मुताबिक सड़क पर लगे जाम में वह एक ई-रिक्शा चालक को अपनी दुकान से बचाकर ई-रिक्शा निकालने के लिए कहने लगा तभी अचानक बराबर से गुजर रही कार चला रहा युवक उसे गाली देने लगा। आरोप है कि उसकी कार पर एक राजनीतिक दल का झंडा और हूटर लगा हुआ था।
आकाश आनंद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कांग्रेस पर बहुजन मूवमेंट के अपमान का आरोप लगाते हुए उदित राज को पार्टी से बाहर करने की मांग की। आकाश आनंद ने यहां तक कहा कि संसद में शोर करने और दलित छात्रों के साथ फोटो खिंचवाने से राहुल गांधी दलितों के हितैषी नहीं बन सकते हैं।
लंबी कतारों में लोग देर रात तक भगवान शिव की अराधना के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहते हैं। इस मंदिर का नाम है महादेव झारखंडी। महाशिवरात्रि पर बड़ी संख्या में दूर-दराज से भक्त, बाबा के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। वे यहां मेले का भी आनंद लेते हैं। इस मंदिर की कहानी बेहद रोचक और पुरानी है।
परिजनों की रातों की नींद उड़ी हुई है। हर दिन यही चिंता सताए जाती है कि वह किस हाल में होंगे। पुलिस की छानबीन से परिजन नाखुश हैं। पढ़ने की उम्र में बेटे के कंधों पर परिवार का बोझ आ गया है। परिवारीजनों का एक ही सवाल है आखिर वे क्या करें? कहां तलाश करें?