असम में पंचायत चुनाव से लखनऊ की सफाई व्यवस्था चरमराई, भाजपा को मिली है बंपर जीत
लखनऊ नगर निगम ने सफाई का ठेका जिन कंपनियों को दे रखा है, उन लोगों ने असम मूल के लोगों को सफाई कर्मचारी के काम पर रखा है। ये सारे लोग इस महीने हुए पंचायत चुनाव में वोट डालने गांव चले गए थे।

असम में हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनावों का सीधा असर लखनऊ शहर की सफाई व्यवस्था पर पड़ा है। लखनऊ नगर निगम में काम कर रहे सफाई कर्मचारी बड़े पैमाने पर असम रवाना हो गए थे, जिससे लखनऊ की सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई। निगम के जोन-2, जोन-5 और जोन-8 में हालात सबसे खराब हो गए हैं। ये सारे सफाई कर्मचारी असम के रहने वाले हैं, वहां के वोटर हैं और पंचायत चुनाव में मतदान करने के लिए अपने राज्य वापस गए थे। निगम के अफसरों का कहना है कि अब सफाई कर्मचाररी लौटने लगे हैं।
बता दें कि असम में दो चरणों में पंचायत चुनाव कराए गए थे। पहला चरण का मतदान 2 मई और दूसरे चरण का मतदान 7 मई को संपन्न हुआ था। असम में पंचायतों के अलग-अलग पदों के लिए दो चरणों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बंपर जीत मिली है। लखनऊ में कार्यरत असम मूल के सफाई कर्मचारी चुनाव में हिस्सा लेने अपने-अपने गांव चले गए थे।
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लखनऊ नगर निगम ने जिन कंपनियों को सफाई का ठेका दे रखा है, उन कंपनियों ने बड़ी संख्या में असम के मजदूरों को सफाई कर्मचारी के तौर पर रखा है। यही कारण है कि असम में पंचायत चुनाव की वजह से लखनऊ में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई रही। निगम जोन-8 के जोनल अधिकारी अजीत राय ने बताया कि अब कर्मचारी धीरे-धीरे लौटने लगे हैं। पंचायत चुनाव समाप्त हो चुका है और अधिकतर लोग वापस आ चुके हैं। जो बचे हैं, उनके भी जल्द आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि सफाई व्यवस्था को फिर से पटरी पर लाया जा रहा है।