बसंत पंचमी पर महाकुंभ में शाही स्नान के लिए ब्रहम मुहूर्त में भोर साढ़े तीन बजे से साधु-संन्यासी निकल पड़े। सबसे पहले महानिर्वाणी अटल अखाड़े का जुलूस निकला। नागा साधुओं ने डुबकी लगाई। इसके बाद साधु संन्यासियों ने पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान किया।
बसंत पंचमी अमृत स्नान के लिए सबसे पहले महानिर्वाणी अटल अखाड़े के साधु संन्यासी निकले। इस तस्वीर में महानिर्वाणी के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद जी रथ पर सवार दिख रहे हैं।
बसंत पंचमी पर शाही स्नान के लिए एक-एक कर निकले अखाड़ों में साधु संन्यासी अस्त्र-शस्त्रों के साथ दिखेे। ढोल नगाड़ों के साथ सुंदर पालकियां और रथ त्रिवेणी संगम की ओर बढ़ते जा रहे हैं।
मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में मची भगदड़ से सबक लेते हुए इस बार महाकुंभ में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच घुड़सवार पुलिसवाले कुछ यूं महाकुंभ में निगरानी रखते दिख रहे हैं।
महाकुंभ बसंत पंचमी शाही स्नान में सफाई का भी खास इंतजाम किया गया है। सफाई कर्मी लगातार संगम क्षेत्र में घूम-घूम कर सफाई कर रहे हैं। कहीं भी गंदगी न होने पाए इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
बसंत पंचमी पर संगम घाट जाने वाले मार्ग पर पहली बार रस्सी से बैरिकेडिंग कर आने-जाने मार्ग [एकल मार्ग] की व्यवस्था की गई।
महाकुंभ में आज भीड़ प्रबंधन पर काफी जोर दिया गया है। पहली बार संगम घाट की ओर थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल पर भीड़ को होल्ड कर छोड़ा जा रहा है।
इस फोटो में सीआरपी, सीआरपीएफ और आईटीबीपी के जवान संगम जाने के मुख्य मार्ग पर पोल नंबर 148 के सामने जनमानस को व्यवस्थित तरीके से भेजते हुए दिख रहे हैं।