मैं उनके बयान की निंदा करता हूं; तेलंगाना के सीएम की कही किस बात पर नाराज हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री
छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर सुरक्षाबलों की मदद से नक्सलियों के खिलाफ एक व्यापक एंटी नक्सल अभियान चल रहा है। जिसे लेकर तेलंगाना में कई संगठनों ने सरकार को पत्र लिखकर शांतिवार्ता की अपील की है। खुद नक्सलियों ने भी ऑपरेशन 'कगार' रोकने की मांग की है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के दिए उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्होंने नक्सल विरोधी अभियान के नाम पर प्रदेश में आदिवासियों की हत्या होने का आरोप लगाया था। इस बारे में मीडिया से बात करते हुए विष्णुदेव साय ने कहा, 'मैं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के उस बयान की निंदा करता हूं, जिसमें उन्होंने कहा था कि आदिवासियों की हत्या हो रही है। हम लोग तो जब से सरकार में आए हैं, नक्सलियों से कह रहे हैं कि आप हिंसा छोड़िए, गोलीबारी की भाषा छोड़िए, आप विकास की मुख्यधारा से जुड़िए, सरकार आपके साथ न्याय करेगी। आप लोगों का पुनर्वास अच्छे से कराएगी, आप लोगों का स्किल डेवलपमेंट कराएगी, यही सब बोल रहे हैं और उसका परिणाम भी आज हमारे सामने है। आज सैकड़ों नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके है और सरकार उनके साथ न्याय भी कर रही है।'
सीएम साय ने आगे कहा, 'हम लोग भारत सरकार से बोलकर उनके लिए अलग से 15 हजार प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत कराए हैं। उनको दे भी रहे हैं, उनका स्किल डेवलपमेंट भी करा रहे हैं, उनको और उनके बच्चों को नौकरी भी दे रहे हैं। सरकार तो उनके साथ बिल्कुल उदारता के साथ व्यवहार कर रही है। लेकिन ये बार-बार शांतिवार्ता का कोई मतलब तो है नहीं, हम लोग तो शुरू से ही वार्ता के लिए तैयार हैं।'
आगे उन्होंने कहा, 'ऐसे में तेलंगाना के मुख्यमंत्री का ये कहना कि आदिवासियों की हत्या हो रही है तो ये बिल्कुल गलत है। आज तरह-तरह के आधुनिक हथियारों के साथ जो नक्सली पहाड़ों में छुपे हुए हैं, वो कितने निर्दोष लोगों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर उनकी हत्या कर देते हैं, रास्तों में आईईडी ब्लास्ट करके कितने निर्दोषों की जान ले लेते हैं। ये सब क्या उन्हें दिखता नहीं है।'
बता दें कि छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर लगभग 10,000 सुरक्षाकर्मियों की मदद से नक्सलियों के खिलाफ एक व्यापक एंटी नक्सल अभियान चल रहा है। जिसे लेकर तेलंगाना में कई संगठनों ने सरकार को पत्र लिखकर शांतिवार्ता की अपील की है। नक्सली भी अब तक तीन बार चिट्ठी जारी कर ऑपरेशन 'कगार' को रोकने की मांग कर चुके हैं। इस बारे में राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा का कहना है कि आज तेलंगाना वाले फंस रहे हैं तो पीड़ा हो रही है, जब छत्तीसगढ़ के आदिवासी मारे गए थे तो किसी को पीड़ा नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि चर्चा का वातावरण नक्सली संगठनों की ओर से पिछले आठ दिनों से कर्रेगुटा पहाड़ी पर सुरक्षा बलो की कार्रवाई के बाद शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सल मुठभेड़ में अब तक 400 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।