क्या अगले हफ्ते आ रहा बंगाल की खाड़ी में नया तूफान? 'चक्रवात शक्ति' पर IMD का क्यों सख्त ऐलान
IMD के अनुसार, अगर मॉनसून उम्मीद के अनुसार केरल पहुंचता है तो 2009 के बाद से यह पहली बार होगा, जब इसका समय से पूर्व आगमन होगा। 2009 में मॉनसून ने 23 मई को ही दस्तक दी थी। आम तौर पर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून एक जून तक केरल में प्रवेश करता है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उन खबरों का जोरदार खंडन किया है कि अगले हफ्ते बंगाल की खाड़ी में एक नया चक्रवाती तूफान 'शक्ति’ आ रहा है। IMD ने बुधवार को एक सख्त स्पष्टीकरण में कहा कि ऐसे किसी भी चक्रवात का पूर्वानुमान नहीं लगाया गया है। IMD ने मीडिया के एक वर्ग पर गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उन खबरों से लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हुई है। अपने आधिकारिक बयान में IMD ने स्पष्ट किया कि 13 मई को, उसने केवल अंडमान सागर पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन की उपस्थिति की ही सूचना दी थी, न कि चक्रवाती तूफान आने की।
एक दिन पहले मंगलवार को ऐसी खबरें आई थीं कि IMD ने अंडमान सागर के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन की उपस्थिति को नोट किया है और कहा है कि वहां 16 से 22 मई के बीच कम दबाव वाली एक प्रणाली विकसित हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि यह प्रणाली 23 से 28 मई के बीच एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकती है, जिसे संभवतः "शक्ति" नाम दिया जा सकता है। अब IMD ने इस खबर का खंडन किया है।
साइक्लोन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन अलग-अलग
मौसम विभाग ने कहा है कि साइक्लोन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन, दोनों मौसम विज्ञान की दृष्टि से अलग-अलग हैं। चक्रवाती परिसंचरण यानी साइक्लोनिक सर्कुलेशन ऊपरी वायुमंडल में घूमती हवाओं के साथ कम दबाव के क्षेत्र को संदर्भित करता है और यह एक मजबूत प्रणाली में विकसित हो भी सकता है और नहीं भी। जबकि इसके विपरीत, चक्रवाती तूफान एक सुव्यवस्थित प्रणाली है, जिसमें सतह पर हवा की गति 62-88 किमी प्रति घंटा होती है, जिसे अक्सर संभावित खतरे के रूप में नामित और ट्रैक किया जाता है।
मीडिया को चेतावनी
इसके साथ ही IMD ने सभी मीडिया प्लेटफॉर्म से अटकलें लगाने वाली या गलत जानकारी प्रकाशित करने से बचने का आग्रह किया है। IMD ने ये भी चेतावनी दी कि बार-बार गलत रिपोर्टिंग के परिणामस्वरूप आईएमडी को ‘मीडिया को मौसम संबंधी जानकारी प्रदान करना बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।’
आगे बढ़ा मॉनसून
मंगलवार को मौसम विभाग ने कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भाग, अंडमान सागर के दक्षिणी भाग, निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के उत्तरी भाग के कुछ क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने कहा कि पिछले दो दिनों में निकोबार द्वीपसमूह में मध्यम से भारी वर्षा हुई है। इस अवधि में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण, निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के ऊपर पश्चिमी हवाओं के प्रभाव में वृद्धि हुई है।
मॉनसून के लिए अनुकूल है परिस्थितियां
मौसम विभाग ने कहा कि अगले तीन से चार दिनों में दक्षिण अरब सागर, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के अधिकतर भाग, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के अधिकतर क्षेत्रों, संपूर्ण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अंडमान सागर के शेष भागों और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। मौसम विभाग ने उम्मीद जताई है कि अगर ये परिस्थितियां बनी रहीं तो इस साल मॉनसून समय से पहले दस्तक दे सकता है, जो 2009 के बाद पहली बार होगा। (भाषा इनपुट्स के साथ)
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