महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाने वाले यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय भी बुधवार को प्रयागराज पहुंचे और संगम में डुबकी लगाई। इस दौरान उनके साथ हादसा भी हो गया।
महाकुंभ मेंं रोज नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। मंगलवार को यहांं महारिकॉर्ड बनने का दावा किया गया। देश के कुल सनातनियों के आधे से ज्यादा लोगों के संगम स्नान का दावा किया गया।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं का रेला कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार संगम स्नान के लिए श्रद्धालु महाकुंभ पहुंच रहे हैं। इसके कारण प्रयागराज समेत सभी स्टेशनों पर भारी भीड़ उमड़ी हुई है।
महाकुंभ में माघ खत्म होने के बाद भी स्नान पर्व जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। रविवार को स्नान के लिए भारी भीड़ उमड़ी। इसके कारण झूंसी स्टेशन पर ही श्रद्धालुओं को रोके रखा गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को भी महाकुंभ पहुंचे। इस दौरान पाया कि पार्किंग खाली हैं और वाहनों को सड़क किनारे पार्क किया गया है। ऐसे में लोगों से थोड़ा पैदल चलने और पार्किंग में ही गाड़ी खड़ी करने की अपील की है।
महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के बाद भी लगातार श्रद्धालुओं का रेला आ रहा है। इसे देखते हुए शासन ने जिन अफसरों की तैनाती 15 फरवरी तक के लिए की थी, अब उन्हें 27 फरवरी यानी महाशिवरात्रि के अगले दिन तक तैनात किया जा रहा है।
महाकुंभ में महारिकॉर्ड बन गया है। उम्मीद से भी कहीं ज्यादा 50 करोड़ लोग अब तक स्नान कर चुके हैं। शुक्रवार को बिना किसी खास पर्व के भी शाम छह बजे तक ही एक करोड़ के करीब लोग स्नान कर चुके थे।
महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के स्नान से पहले एक और हादसा हो गया है। संगम पर एक नाव पलट गई है। नाव पर सवार दो श्रद्धालु डूब गए हैं। सात को बचाया गया है।
महाकुंभ में अब सबसे बड़ा स्नान बुधवार को माघी पूर्णिमा पर होने जा रहा है। इसके लिए व्यवस्थाएं बनाने में प्रशासन लगा हुआ है। मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। डायवर्जन प्लान भी तैयार रखा गया है। हर मार्ग पर पार्किंग बनाई गई है। वहां से पैदल ही आना होगा।
महाकुंभ में मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के बाद इतनी भीड़ कभी नहीं दिखती थी। बसंत पंचमी के बाद तो केवल स्थानीय लोग ही स्नान करते दिखाई देते थे। इस बार फिर क्यों इतना जनसैलाब नजर आ रहा है। इसके कारणों पर चर्चा हो रही है। फिलहाल पांच बड़े कारण सामने आए हैं।