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महाकुंभ मे महारिकॉर्ड! देश के आधे से ज्यादा सनातनियों ने संगम में लगा ली डुबकी, अब 60 करोड़ आने का अनुमान

महाकुंभ मेंं रोज नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। मंगलवार को यहांं महारिकॉर्ड बनने का दावा किया गया। देश के कुल सनातनियों के आधे से ज्यादा लोगों के संगम स्नान का दावा किया गया।

Yogesh Yadav हिन्दुस्तान, महाकुंभ नगर, वरिष्ठ संवाददाताTue, 18 Feb 2025 11:28 PM
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महाकुंभ मे महारिकॉर्ड! देश के आधे से ज्यादा सनातनियों ने संगम में लगा ली डुबकी, अब 60 करोड़ आने का अनुमान

महाकुंभ में अब तक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या मंगलवार को 55 करोड़ को पार कर गई। पिछले दिनों जब श्रद्धालुओं की संख्या 50 करोड़ से अधिक हुई थी तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने बधाई देते हुए अपने ट्वीट में कहा था कि भारत की कुल जनसंख्या में 110 करोड़ नागरिक सनातन धर्मावलंबी हैं और उसमें से 50 करोड़ से अधिक नागरिकों द्वारा संगम में पवित्र स्नान उत्कृष्ट मानवीय मूल्यों की श्रेष्ठतम अभिव्यक्ति महान सनातन के प्रति दृढ़ होती आस्था का परिचायक है। अब श्रद्धालुओं की संख्या 55 करोड़ पार होने पर कहा जा रहा है कि देश के आधे से ज्यादा सनातनियों ने महाकुंभ के दौरान संगम में पावन डुबकी लगाकर महारिकॉर्ड बना दिया है। दावा किया जा रहा है कि 55 करोड़ से अधिक की यह संख्या किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में मानव इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सहभागिता है।

वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू, प्यू रिसर्च का हवाला देते हुए यह दावा किया जा रहा है कि भारत की अनुमानित जनसंख्या 143 करोड़ (1.43 अरब) है। इसमें सनातन धर्मावलंबियों की संख्या लगभग 110 करोड़ (1.10 अरब) है। इस तरह अगर स्नानार्थियों की संख्या की तुलना भारत में सनातनियों की संख्या से की जाए तो 50 प्रतिशत लोग अब तक त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं। यदि देश की कुल जनसंख्या से स्नानार्थियों की तुलना की जाए तो देश की कुल जनसंख्या की 38 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुकी है। प्यू रिसर्च 2024 की रिपोर्ट के हवाले से यह भी दावा किया जा रहा है कि पूरी दुनिया में 120 करोड़ (1.2 अरब) आबादी सनातन धर्म को मानने वाली है। इस लिहाज से पूरी दुनिया के 45 प्रतिशत से ज्यादा सनातनियों ने संगम में डुबकी लगाने की बात कही जा रही है।

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55.46 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान

मेला प्रशासन ने 17 फरवरी (सोमवार) की रात आठ बजे तक 54.31 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान का आंकड़ा जारी किया था। मेला प्रशासन के मुताबिक 18 फरवरी को शाम छह बजे तक 1.15 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया, इस प्रकार मेला की शुरूआत यानी 13 जनवरी से 18 फरवरी की शाम छह बजे तक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या बढ़कर 55.46 करोड़ हो गई है।

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सीएम की उम्मीदों के पार पहुंचा श्रद्धालुओं का आंकड़ा

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही अनुमान जताया था कि इस बार भव्य, दिव्य और डिजिटल महाकुम्भ में स्नानार्थियों की संख्या का नया रिकॉर्ड स्थापित होगा। उन्होंने शुरुआत में ही 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई थी। उनका यह आकलन बीते 11 फरवरी को ही सच साबित हो गया था। वहीं, बीते शुक्रवार (14 फरवरी) को यह संख्या 50 करोड़ के ऊपर पहुंच गई और अब इसने 55 करोड़ का नया शिखर छू लिया है।

महाशिवरात्रि तक 60 करोड़ का अनुमान

अभी महाकुम्भ के समापन में नौ दिन शेष हैं। महाकुम्भ के छह स्नान पर्वों में से महाशिवरात्रि का स्नान 26 फरवरी को होना है। इस स्नान और इन दिनों स्नान के लिए प्रयागराज आ रही श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि स्नानार्थियों की संख्या 60 करोड़ के ऊपर जा सकती है।

24 और 25 फरवरी को दो दिनों में बनेंगे तीन विश्व रिकॉर्ड

महाकुम्भ में 24 और 25 फरवरी को तीन विश्व रिकॉर्ड बनाए जाएंगे। 24 फरवरी को जहां 15 हजार सफाई कर्मी एक साथ मेला क्षेत्र की सड़कों की सफाई करते दिखाई देंगे, वहीं 25 फरवरी को 10 हजार लोग गंगा पंडाल में हैंड प्रिंटिंग का रिकॉर्ड बनाएंगे और इसी दिन 500 से अधिक शटल बसों का संचालन होगा।

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पहले ई-रिक्शा के संचालन का रिकॉर्ड बनाने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन भीड़ को देखते हुए अब शटल बसों का संचालन होगा। महाकुम्भ 2025 में चार विश्व रिकॉर्ड बनाए जाने थे। इसमें नदी सफाई का पहला विश्व रिकॉर्ड 14 फरवरी को बनाया गया। इसके बाद 15 से 17 तक होने वाले कार्यक्रम को भीड़ को देखते हुए स्थगित कर दिया गया था। अब शेष तीन विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। ओएसडी आकांक्षा राना ने बताया कि 24 फरवरी को 15 हजार सफाईकर्मी एक साथ मेला क्षेत्र की सड़कों को साफ करेंगे। इसमें अलग-अलग सड़कों को चिह्नित किया जा रहा है। जैसे संगम लोअर मार्ग, अखाड़ा मार्ग कुछेक सड़कें सेक्टर दो, तीन और चार की भी हो सकती हैं।

महाकुंभ नगर के डीएम विजय किरन आनंद के अनुसार मेले की व्यवस्था को बनाए रखने के लिए शटल बसों का संचालन कराकर रिकॉर्ड बनाया जाएगा। पिछली बार हमने 500 शटल बसें एक साथ चलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इस बार इससे अधिक बसों को चलाया जाएगा।

माघी पूर्णिमा से अब तक हुए स्नान

12 फरवरी माघी पूर्णिमा 2.04 करोड़

13 फरवरी 85.46 लाख

14 फरवरी 96.98 लाख

15 फरवरी 1.36 करोड़

16 फरवरी 1.49 करोड़

17 फरवरी 1.35 करोड़

18 फरवरी 1.15 करोड़ (शाम छह बजे तक)

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