बिहार में भागलपुर, कहलगांव, मुंगेर, बड़हिया और बक्सर में खतरनाक स्थिति है। वर्ष 1981 से 2024 के बीच का आंकड़ा दोगुना से अधिक हो गया है। सिर्फ बटेश्वर के पास ही गंगा की सतह का बीओडी आंशिक बढ़ा मिला। सघन आबादी वाले कुछ जगहों में गंगा का प्रदूषण का स्तर पूरी तरह कम नहीं हो पाया।
बिहार की ओर से कहा गया है कि वर्ष 2026 में होने वाले समझौते पर पुनर्विचार के समय इस बात का ध्यान रखा जाए। केन्द्र ने बिहार की मांग पर विचार का आश्वासन दिया है।
परीक्षण में पाया गया कि गंगाजल में ऐसे तत्व हैं जो कि बीमारी पैदा करने वाले जीवाणुओं को मार देता है या उसको नियंत्रित करता है। हालांकि ये भी पाया गया कि गर्म करने से जल की प्रतिरोधक क्षमता कुछ कम हो जाती है।
महोत्सव के दौरान बच्चों के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इसमें प्रश्नोत्तरी, फ़िल्म प्रदर्शन, जादू शो, कठपुतली शो, और चित्रकला प्रतियोगिताएं शामिल होंगी। युवा पीढ़ी में नदी संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए जाएंगे।
12 अक्तूबर की आधी रात से 31 अक्तूबर तक के लिए मेरठ, गाजियाबाद समेत दिल्ली को गंगा जल की सप्लाई बंद हो जाएगी। मेरठ में नगर निगम की ओर से ट्यूबवेल से वैकल्पिक व्यवस्था का आदेश दिया गया है।
बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। भागलपुर में गंगा नदी लाल निशान 33.68 से महज 10 सेमी नीचे 33.58 मीटर है। गुरुवार को जलस्तर में 24 घंटे में 10 सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। केंद्रीय जल आयोग ने पूर्वानुमान में बताया है कि शुक्रवार को 11 सेमी की वृद्धि संभव है।
यह पुल भागलपुर के पीरपैंती बाखरपुर मुख्य मार्ग पर बना मुस्तफापुर चौखंडी में बना था और आवागमन के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण था। यह पुल गुरुवार को बाढ़ की भेंट चढ़ गया। हालांकि पुल काफी पुराना था और पिछले काफी जर्जर हो चुका था>बाढ़ में शुरू से ही इसके बह जाने की आशंका जताई जा रही थी।
Bihar Flood: नेपाल, यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड में होने वाली बारिश ने उत्तर बिहार के साथ-साथ दक्षिण बिहार की नदियों में उफान ला दिया है। बड़ी नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी का दौर जारी है।
गंगा समेत 10 बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर है। गंगा नदी भोजपुर और पटना के दीघा में भी खतरे के निशान के पार हो गयी। दीघा के अलावा गांधी घाट भी जलमग्न हो गए हैं।
Haridwar Har Ki Pauri: हरिद्वार दिल्ली से करीबन 240 किलोमीटर दूर है। ये भारत वासियों के लिए काफी खास है। हिंदू धर्म का पालन करने वाले लोगो के लिए इस जगह का अलग ही महत्व है। इस आर्टिक में जानिए की आखिर हर की पौड़ी पर ही क्यों गंगा स्नान करने जाते हैं लोग और हरिद्वार नाम का सही मतलब।