NCR में चोरियों की सेंचुरी बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़, 4 शातिर चोर दबाेचे
घरों और फैक्ट्रियों में रेकी कर चोरी करने वाले गैंग के चार बदमाशों को नोएडा पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। इनसे चोरी के सामान, तमंचा और चाकू समेत अन्य सामान बरामद किए गए हैं। आरोपी एनसीआर के अलग-अलग शहरों में सौ से अधिक वारदात कर चुके हैं।

घरों और फैक्ट्रियों में रेकी कर चोरी करने वाले गैंग के चार बदमाशों को नोएडा पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। इनसे चोरी के सामान, तमंचा और चाकू समेत अन्य सामान बरामद किए गए हैं। आरोपी एनसीआर के अलग-अलग शहरों में सौ से अधिक वारदात कर चुके हैं।
एसीपी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि बीते दिनों सदरपुर के अलग-अलग घरों और दुकानों में चोरी की वारदात हुई थी। शिकायत मिलते ही चोरों की गिरफ्तारी के लिए थाना प्रभारी की अगुवाई में एक टीम गठित की गई। सोमवार को जब गैंग के सदस्य वारदात की फिराक में फिर से आए, तभी उन्हें सेक्टर-42 में ग्रीन बेल्ट के पास से दबोच लिया गया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान बिहार के सीतामढ़ी निवासी सोनू उर्फ चूडी और शिवम, बरेली के सेवीगंज निवासी राहुल कुमार और राजस्थान के अलवर निवासी घनश्याम के रूप में हुई है।
सोनू इस गैंग का सरगना है और वह 2018 से वारदात कर रहा है। सोनू के खिलाफ जिले के अलग-अलग थानों में विभिन्न धाराओं में 32, राहुल कुमार के खिलाफ गाजियाबाद, हरियाणा और यूपी के अलग-अलग थानों में 11, शिवम पर 10 और घनश्याम पर 13 मुकदमे दर्ज हैं। जांच अधिकारी ने बताया कि जब बदमाशों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे पीठ पर एक बैग टांगकर रेकी करने निकलते हैं। बैग में लॉक और ताला तोड़ने के उपकरण, तमंचा और चाकू होता है।
चोरी का माल दिल्ली में बेचते थे
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि शहर के अलग-अलग हिस्से में वे ग्रुप बनाकर जाते हैं। जैसे ही किसी घर में ताला लटका हुआ मिलता है, बदमाशों की रेकी शुरू हो जाती है। आसपास के बच्चों से पता किया जाता है कि संबंधित घर कब से बंद है और उसमें रहने वाले लोग कब से बाहर हैं। पूरी जानकारी जुटाने के बाद वारदात के लिए बदमाश एक समय निर्धारित करते हैं। उसी समय धावा बोलकर वारदात करते हैं और फरार हो जाते हैं। चोरी के गहने और पैसे को तो बदमाश घर ले जाते हैं, बाकी के सामान को नोएडा और दिल्ली के अलग-अलग दुकानों पर बेहद सस्ते दामों में बेच देते हैं।
जेल में हुई थी मुलाकात
गैंग के सरगना सोनू ने पूछताछ में बताया कि उसकी मुलाकात शिवम और राहुल से जेल के अंदर हुई थी। सभी बदमाश पूर्व में जेल जा चुके हैं। सोनू चोरी के मामले जेल गया था, बाकि दोनों मादक पदार्थों की तस्करी में सलाखों के पीछे पहुंचे थे। जेल में तीनों की मुलाकात हुई। जेल से बाहर आते ही सोनू ने शिवम और राहुल समेत अन्य सदस्यों को गैंग से जोड़ा और सिलसिलेवार तरीके से वारदात करनी शुरू कर दीं। नोएडा के साथ ही पूरे एनसीआर में गिरोह की दहशत बनी हुई थी। बदमाशों द्वारा बीते आठ सालों में सौ से अधिक चोरियों की वारदात करने की आशंका जताई गई है।