Which goods India import and export from Turkiye and Azerbaijan, how much business stand with both PAK friends तुर्की-अजरबैजान से भारत किन सामानों का करता है आयात-निर्यात, PAK के दोनों दोस्तों से कितना कारोबार, India News in Hindi - Hindustan
Hindi NewsIndia NewsWhich goods India import and export from Turkiye and Azerbaijan, how much business stand with both PAK friends

तुर्की-अजरबैजान से भारत किन सामानों का करता है आयात-निर्यात, PAK के दोनों दोस्तों से कितना कारोबार

तुर्की द्वारा पाकिस्तान का खुलेआम समर्थन करने और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्रोन मुहैया कराने के खिलाफ अब देशभर में 'बॉयकॉट तुर्की' अभियान ने जोर पकड़ लिया है। लोग तुर्की के फल और संगमरमर समेत अन्य सामानों का बहिष्कार करने लगे हैं।

Pramod Praveen भाषा, नई दिल्लीWed, 14 May 2025 09:27 PM
share Share
Follow Us on
तुर्की-अजरबैजान से भारत किन सामानों का करता है आयात-निर्यात, PAK के दोनों दोस्तों से कितना कारोबार

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की मदद करने और पाक और PoK स्थित आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के भारत के कदम की आलोचना करने की वजह से तुर्की और अजरबैजान के साथ भारत के व्यापारिक संबंधों में तनाव आता दिख रहा है। लोगों ने तुर्की और अजरबैजान के बहिष्कार का ऐलान कर रखा है। इसमें बड़ी संख्या पर्यटकों की है, जो अपने यात्राओं को स्थगित कर रहे हैं और टिकट कैंसल करवा रहे हैं। बता दें कि बड़ी संख्या में भारतीय सैलानी छुट्टियां मनाने तुर्की और अजरबैजान जाते रहे हैं।

पूरे देश में तुर्की के सामान और पर्यटन का बहिष्कार करने की मांग उठ रही है। इसके अलावा, ईज़माईट्रिप और इक्सिगो जैसे ऑनलाइन यात्रा मंच ने इन देशों की यात्रा के खिलाफ परामर्श जारी किया है। वास्तव में, भारतीय कारोबारियों ने भी तुर्किये के सेब और संगमरमर जैसे उत्पादों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। दरअसल, भारत ने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। इसके बाद पाकिस्तान द्वारा किए गए आक्रमण का जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत दिया गया।

भारत और पाकिस्तान ने पिछले शनिवार की शाम 5 बजे से ज़मीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को रोकने के सहमति बनने की घोषणा की थी। संघर्ष के दौरान, पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के अपने असफल प्रयास में तुर्की के ड्रोन का इस्तेमाल किया था। तुर्की और अजरबैजान, दोनों देशों ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर भारत के हमले की आलोचना की थी।

तुर्की और अजरबैजान को भारत से कितना निर्यात?

भारत का तुर्की को निर्यात अप्रैल, 2024 से फरवरी, 2025 के दौरान 5.2 अरब डॉलर रहा, जबकि 2023-24 में यह 6.65 अरब डॉलर था। यह भारत के कुल 437 अरब डॉलर के निर्यात का सिर्फ 1.5 प्रतिशत है। वहीं, भारत का अजरबैजान को निर्यात अप्रैल, 2024 से फरवरी, 2025 के दौरान मात्र 8.60 करोड़ डॉलर रहा, जबकि 2023-24 में यह 8.96 करोड़ डॉलर था। यह भारत के कुल निर्यात का मात्र 0.02 प्रतिशत है।

तुर्की और अजरबैजान से भारत कितना आयात?

तुर्की से भारत का आयात अप्रैल, 2024 से फरवरी, 2025 के दौरान 2.84 अरब डॉलर था, जबकि 2023-24 में यह 3.78 अरब डॉलर था। यह भारत के कुल 720 अरब डॉलर के आयात का सिर्फ 0.5 प्रतिशत है। वहीं, भारत में अजरबैजान से आयात अप्रैल, 2024 से फरवरी, 2025 तक 19.3 करोड़ डॉलर था, जो 2023-24 में 7.4 लाख डॉलर यानी भारत के कुल आयात का मात्र 0.0002 प्रतिशत था। साफ है कि भारत का दोनों देशों के साथ व्यापार अधिशेष है।

तुर्की से क्या-क्या आयात-निर्यात?

भारत द्वारा तुर्की को खनिज ईंधन और तेल (2023-24 में 96 करोड़ डॉलर); विद्युत मशीनरी और उपकरण; वाहन और उसके कलपुर्जे; कार्बनिक रसायन; फार्मा उत्पाद; टैनिंग और रंगाई की वस्तुएं; प्लास्टिक, रबड़; कपास; मानव निर्मित फाइबर, लोहा और इस्पात का निर्यात किया जाता है। वहीं, तुर्की से भारत विभिन्न प्रकार के मार्बल (ब्लॉक और स्लैब); ताजा सेब (लगभग एक करोड़ डॉलर), सोना, सब्जियां, चूना और सीमेंट; खनिज तेल (2023-24 में 1.81 अरब डॉलर); रसायन; प्राकृतिक या संवर्धित मोती; लोहा और इस्पात का आयात करता है।

ये भी पढ़ें:चीनी हो या तुर्की ड्रोनों का झुंड; सबको अकेले कर देगा खाक, क्या है भार्गवास्त्र?
ये भी पढ़ें:भारत में अब बंद होगी पाक के 'भाईजान' की दुकान, नए संकट में तुर्की और अजरबैजान
ये भी पढ़ें:पाकिस्तान-तुर्की दोस्ती जिंदाबाद… बॉयकॉट के बीच फिर दिखा एर्दोगान का पाक प्रेम
ये भी पढ़ें:तुर्की की यूनिवर्सिटी के साथ किया समझौता रद्द; JNU बोला- देश के साथ खड़े हैं

दोनों देशों के बीच साल 1973 में एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसके बाद 1983 में आर्थिक और तकनीकी सहयोग पर भारत-तुर्की संयुक्त आयोग की स्थापना पर एक समझौता हुआ।

अजरबैजान से क्या-क्या आयात-निर्यात?

भारत अजरबैजान को तम्बाकू और उसके उत्पाद (2023-24 में 2.86 करोड़ डॉलर); चाय, कॉफी; अनाज; रसायन; प्लास्टिक; रबड़; कागज और पेपर बोर्ड; और सिरेमिक उत्पाद का निर्यात करता है। वहीं, भारत में अजरबैजान से पशु चारा; जैविक रसायन; आवश्यक तेल और इत्र; तथा कच्ची खालें और चमड़े (अप्रैल-फरवरी 2024-25 के दौरान 15.2 लाख डॉलर) आता है। भारत साल 2023 में अज़रबैजान के कच्चे तेल के लिए तीसरा सबसे बड़ा गंतव्य था।

वर्तमान में तुर्की में लगभग 3,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें 200 छात्र शामिल हैं। इसी तरह, अज़रबैजान में भारतीय समुदाय के लोगों की संख्या 1,500 से ज़्यादा है।