WiFi की मदद से यूज करते हैं इंटरनेट? इतना करते ही मिलेगी झमाझम स्पीड How to get better internet speed with WiFi and boost your signal strength, Gadgets Hindi News - Hindustan
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WiFi की मदद से यूज करते हैं इंटरनेट? इतना करते ही मिलेगी झमाझम स्पीड

WiFi की मदद से इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं तो कुछ तरीकों से स्पीड बेहतर की जा सकती है। आप सिग्नल स्ट्रेंथ और इंटरनेट स्पीड दोनों आसानी से बढ़ा सकते हैं। आइए ये तरीके आपको बताते हैं।

Pranesh Tiwari लाइव हिन्दुस्तानTue, 29 April 2025 08:31 PM
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WiFi की मदद से यूज करते हैं इंटरनेट? इतना करते ही मिलेगी झमाझम स्पीड

इंटरनेट हमारे लिए बेहद जरूरी बन चुका है। चाहे वर्क-फ्रॉम-होम हो, ऑनलाइन क्लासेस, स्ट्रीमिंग या फिर सामान्य ब्राउजिंग, एक फास्ट और स्टेबल WiFi कनेक्शन की जरूरत हर किसी को है। लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि इंटरनेट कनेक्शन धीमा हो जाता है या फिर सिग्नल कमजोर पड़ता है। आइए बताएं कि आप इस स्थिति को कैसे बेहतर कर सकते हैं।

राउटर की सही पोजीशन जरूरी

WiFi सिग्नल की क्वॉलिटी और रीच बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करती है कि राउटर को कहां रखा गया है। राउटर को हमेशा घर के सेंटर में, खुली जगह और जमीन से थोड़ी ऊंचाई पर रखना चाहिए। दीवारों, फर्नीचर या इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंसेज के पास राउटर रखने से सिग्नल में दिक्कत आ सकती है।

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बेहतर एंटीना और रेंज एक्सटेंडर का इस्तेमाल

अगर आपका घर बड़ा है या दीवारें मोटी हैं, तो राउटर के साथ आने वाला डिफॉल्ट एंटीना काफी नहीं होता। ऐसे में आप हाई-गेन एंटीना का यूज कर सकते हैं, जो सिग्नल को एक डायरेक्शन में ज्यादा ताकत से भेजता है। इसके अलावा, WiFi रेंज एक्सटेंडर या रिपीटर का यूज कर आप उन इलाकों तक भी सिग्नल पहुंचा सकते हैं जहां पहले नेटवर्क नहीं आता था। मेश नेटवर्क सिस्टम भी आजकल खूब पसंद किए जा रहे हैं।

राउटर और फर्मवेयर अपडेट करना

बहुत से लोग यह भूल जाते हैं कि राउटर भी एक तरह का छोटा कंप्यूटर होता है, जिसमें ऑपरेटिंग सिस्टम (फर्मवेयर) होता है। समय-समय पर राउटर का फर्मवेयर अपडेट करना जरूरी है ताकि उसमें नई सिक्योरिटी और परफॉर्मेंस इंप्रूवमेंट्स शामिल हो सकें। पुराने राउटर में ना केवल स्पीड की समस्या हो सकती है बल्कि वे साइबर अटैक्स का शिकार हो सकते हैं।

चैनल और फ्रीक्वेंसी सेटिंग को बदलना

WiFi राउटर 2.4 GHz और 5 GHz जैसे फ्रीक्वेंसी बैंड्स पर काम करता है। 2.4 GHz बैंड लंबी दूरी तक सिग्नल देता है लेकिन इसमें interference की संभावना ज्यादा होती है, खासकर अगर आसपास अन्य डिवाइस जैसे पड़ोसी के WiFi या वायरलेस फोन भी इसी बैंड पर काम कर रहे हों। 5 GHz बैंड तेज स्पीड देता है लेकिन इसकी रेंज थोड़ी कम होती है। अगर आपके राउटर में ड्यूल बैंड का विकल्प है, तो आप दोनों बैंड्स का यूज कर सकते हैं।

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नेटवर्क सिक्योरिटी और डिवाइस मैनेजमेंट

कई बार इंटरनेट स्लो इस वजह से हो जाता है क्योंकि बहुत सारे अनवांटेड डिवाइस आपके नेटवर्क से जुड़े होते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने WiFi को मजबूत पासवर्ड से प्रोटेक्टेड रखें और समय-समय पर नेटवर्क में जुड़े डिवाइसेज की जांच करते रहते हैं। राउटर की सेटिंग्स में जाकर आप यह देख सकते हैं कि कौन-कौन से डिवाइस आपके WiFi का यूज कर रहे हैं और जरूरत पड़ने पर फालतू डिवाइसेज को ब्लॉक भी कर सकते हैं।

बता दें, कुछ मामलों में इंटरनेट स्पीड खुद इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) की तरफ से धीमी होती है। ऐसे में आप स्पीड टेस्ट करके यह जांच सकते हैं कि आपको आपके प्लान के हिसाब से स्पीड मिल रही है या नहीं।

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