पाकिस्तान के बाद अब चीन की बारी, मोदी सरकार नकेल कसने की कर रही तैयारी
सरकार कम से कम 6-7 चीन समर्थित इन्वेस्टमेंट डील जो कि बहुत जल्द होने वाली थी, उसे अब नए सिरे से बेहद सख्त रिव्यू करने की योजना बना रही है।

India China Investment Deal: पाकिस्तान टेंशन के बाद अब भारत चीन पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रहा है। भारत में चीन से चल रही इन्वेस्टमेंट डील डिले (देरी होने) होने की खबर है। दरअसल, केन्द्र की मोदी सरकार अब चीन समर्थित निवेश प्रस्तावों पर रिव्यू करेगी और इससे संभावित मंजूरी में देरी हो सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार कम से कम 6-7 चीन समर्थित इन्वेस्टमेंट डील जो कि बहुत जल्द होने वाली थी, उसे अब नए सिरे से बेहद सख्त रिव्यू करने की योजना बना रही है। ऐसे में इन डील्स की मंजूरी में देरी लग सकती है।
क्या है डिटेल
NDTV प्रॉफिट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार कम से कम छह से सात प्रमुख चीन समर्थित निवेश प्रस्तावों की नए सिरे से, सख्त समीक्षा करने की योजना बना रही है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सरकार चीनी फर्मों द्वारा समर्थित प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रस्तावों और संयुक्त उद्यमों की अपनी जांच तेज करने की उम्मीद कर रही है। जानकारी के मुताबिक, मौजूदा और भविष्य के चीन समर्थित ज्वाइंट वेंचर्स को स्ट्रिक्ट कंप्लायंस रिक्वायरमेंट के तहत होकर गुजरना पड़ सकता है।
बता दें कि यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब भारत के साथ हाल ही में हुए सैन्य संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीन के समर्थन के बाद तनाव बढ़ गया। भारत ने इससे पहले अप्रैल 2020 में चीन से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर प्रतिबंध लगाया था, जिसमें कहा गया था कि इस तरह के सभी प्रस्तावों की जांच की जानी चाहिए और सरकार द्वारा मामले-दर-मामला आधार पर ढांचे के तहत मंजूरी दी जानी चाहिए।