नेत्र चिकित्सा की दुनिया में एक विश्वसनीय नाम : डॉ. सुवेश कुमार
बिहार की राजधानी पटना के गोला रोड स्थित श्रेया आई केयर सेंटर के संस्थापक और प्रमुख नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुवेश कुमार एक ऐसे ही चिकित्सक हैं, जिनका नाम आज नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में विश्वास और समर्पण का पर्याय बन चुका है।

जब कोई डॉक्टर अपने पेशे को सेवा का माध्यम बना लेता है और मरीजों की आंखों में रोशनी लौटाना जीवन लक्ष्य मान लेता है, तो वह समाज के लिए एक प्रेरणा बन जाता है। बिहार की राजधानी पटना के गोला रोड स्थित श्रेया आई केयर सेंटर के संस्थापक और प्रमुख नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुवेश कुमार एक ऐसे ही चिकित्सक हैं, जिनका नाम आज नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में विश्वास और समर्पण का पर्याय बन चुका है।
नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में सटीक निदान, आधुनिक तकनीक और मानवीय संवेदना के संगम से डॉ. सुवेश कुमार ने श्रेया आई केयर सेंटर को पटना का भरोसेमंद संस्थान बनाया है। सेवा को जीवन का उद्देश्य मानते हुए वे न सिर्फ उत्कृष्ट उपचार प्रदान कर रहे हैं, बल्कि चैरिटेबल गतिविधियों और नेत्र चिकित्सा शिविरों के माध्यम से समाज के वंचित वर्गों तक रोशनी पहुंचाने का कार्य भी कर रहे हैं। परिवार से मिली प्रेरणा और दृढ़ संकल्प के साथ डॉ. कुमार आज मानवता के सच्चे सेवक के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं।
सेवा ही लक्ष्य, समर्पण ही स्वभाव
डॉ. सुवेश कुमार का जीवन किसी साधारण डॉक्टर की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक ऐसे इंसान की यात्रा है, जिसने सीमित संसाधनों के बावजूद अपने ज्ञान, अनुभव और मानवीय संवेदना से हजारों मरीजों की आंखों में फिर से रोशनी ला दी। उन्होंने कॅकटर, पटना से सीनियर रेजिडेंसी और चित्रकूट के सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय से सर्जिकल ट्र्रेंनग प्राप्त की है। मोतिर्यांबद, रेटिना, ग्लूकोमा, ऑकुलोप्लास्टी और फेको सर्जरी जैसे क्षेत्रों में उनकी विशेषज्ञता उन्हें बिहार ही नहीं, देशभर के मरीजों के लिए एक भरोसेमंद नाम बनाती है।
श्रेया आई केयर सेंटर: आधुनिक तकनीक और प्रभावी उपचार
साल 2012 में स्थापित श्रेया आई केयर सेंटर, अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित एक ऐसा संस्थान है, जहां मरीजों को इलाज के साथ-साथ आत्मीयता और संवेदना भी मिलती है। यहां की प्रमुख सेवाओं में बिना टांके वाली फेको तकनीक द्वारा मोतिर्यांबद सर्जरी, लेजर फोटोकॉगुलेशन द्वारा मधुमेह रेटिनोपैथी का उपचार, ग्लूकोमा की संपूर्ण जांच और उपचार, OCT, पेरीमेट्री, याग लेजर जैसी उन्नत मशीनों से सुसज्जित क्लिनिक, और कॉस्मेटिक आई सर्जरी जैसी सेवाएं शामिल हैं।
शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर
यह सेंटर न केवल चिकित्सा सेवाओं में उत्कृष्ट है, बल्कि इसकी भौतिक सुविधाएं भी मरीजों को ध्यान में रखकर तैयार की गई हैं। बाहर से आने वाले मरीजों के लिए चार अलग कमरे बनाए गए हैं, ताकि उन्हें रहने की परेशानी न हो। इसके अलावा, एक खास मशीन के जरिए रेटिना की बीमारियों का इंजेक्शन द्वारा इलाज किया जाता है। सेंटर में ऑप्टिकल शॉप, कॉन्टैक्ट लेंस सेवा, फार्मेसी और पैथोलॉजी की भी सुविधा है।
सामाजिक ज़िम्मेदारी को भी निभा रहे हैं डॉ. कुमार
डॉ. सुवेश कुमार सिर्फ एक डॉक्टर नहीं हैं, बल्कि समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व को गहराई से समझने वाले एक संवेदनशील नागरिक भी हैं। वे विलास नेत्रालय (डा. कैप्टन मंगतू राम), अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल में सेवाएं देते हैं, जहां समय-समय पर नेत्र चिकित्सा शिविर आयोजित करते हैं। उनका सपना है कि आने वाले समय में एक पूर्णत: चैरिटेबल विंग की स्थापना की जाए, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को उच्च गुणवत्ता की नेत्र चिकित्सा नि:शुल्क मिल सके।

परिवार से मिली प्रेरणा
डॉ. कुमार की प्रेरणा उनके पिता रहे हैं, जो एक इंजीनियर और शिक्षा जगत से जुड़े व्यक्ति थे। घर के शैक्षणिक माहौल और अनुशासित परिवेश ने डॉ. कुमार को सेवा और समर्पण की राह पर चलना सिखाया। उनकी पत्नी ज्योति प्रिया न केवल गृहिणी हैं, बल्कि क्लिनिक की संचालन व्यवस्था में भी उनकी सहायक हैं। उनकी दोनों बेटियां श्रेया और स्वाति,नीट की तैयारी कर रही हैं और भविष्य में शायद अपने पिता की तरह चिकित्सा सेवा को अपनाएं। डॉ. कुमार अपनी नानी और दिवंगत बहन को भी अपनी प्रेरणा मानते हैं, जिन्होंने कभी कहा था कि उन्हें डॉक्टर बनना चाहिए।
नेत्र स्वास्थ्य के प्रति सजगता जरूरी
डॉ. कुमार का मानना है कि आंखों की देखभाल को लेकर समाज में जागरूकता की कमी है। वे कहते हैं, ‘‘40 की उम्र के बाद हर व्यक्ति को नियमित रूप से आंखों की जांच करानी चाहिए। आंखों की कोई भी समस्या नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए और विशेषज्ञ की सलाह जरूर लेनी चाहिए।’’
डॉ. सुवेश कुमार का नाम इसलिए ‘प्राइड ऑफ बिहार’ की सूची में शामिल है, क्योंकि उन्होंने अपने पेशे को ही सर्वोपरि माना है। उनकी दृष्टि में मरीज केवल एक केस नहीं, बल्कि एक जीवन है, जिसे वे बेहतर बनाने के लिए हर दिन काम कर रहे हैं। उनके जैसी सोच, तकनीकी दक्षता और सामाजिक समर्पण का संयोजन आज के दौर में बिरले ही देखने को मिलता है।
IN A BOX
उपलब्ध सुविधाएं एक नजर में :
* मोतियाबिंद के लिए बेहतरीन फेको सेंटर
* लेजर सेंटर
* ग्लूकोमा सेंटर
* मधुमेह रेटिना सेंटर
* ऑकुलोप्लास्टी सेंटर
* आंसू संबंधी समस्या
* आकर्षक चश्मे की दुकान
* OCT उपलब्ध
* फार्मेसी
संक्षिप्त जीवन परिचय
नाम: डॉ. सुवेश कुमार
क्लीनिक: श्रेया आई केयर सेंटर, गोला रोड, पटना
शैक्षणिक योग्यता: एम.बी.बी.एस., एम.एस. (नेत्र रोग, दरभंगा)
विशेषज्ञता: मोतिर्यांबद, रेटिना, ग्लूकोमा, फेको सर्जरी, ऑकुलोप्लास्टी, कॉस्मेटिक आई सर्जरी
पद: नेत्र रोग विशेषज्ञ
अनुभव: पूर्व सीनियर रेजिडेंट झ्र कॅकटर, पटना; चित्रकूट सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय में सर्जिकल ट्र्रेंनग
वर्तमान कार्य: श्रेया आई केयर सेंटर (2012 से), विलास नेत्रालय (डा. कैप्टन मंगतू राम), अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल
परिवार: पत्नी - ज्योति प्रिया (हाउसवाइफ व क्लिनिक सहायक); बेटियां – श्रेया सिंह, स्वाति सिंह (नीट प्रिपरेशन)
प्रेरणा: पिता से, जो इंजीनियर थे और र्कोंचग संस्थान चलाते थे

पता: श्रेया आई केयर सेंटर 2nd फ्लोर, देवधारी प्रताप कमर्शियल कॉम्प्लेक्स, T-Point के पास, गोला रोड, पटना
समय: सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे, शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक फोन: 9931865479, 9430696919, 9942923479 आने से पहले कॉल अवश्य करें।
नेत्र केवल देखने का माध्यम नहीं, जीवन को समझने और अनुभव करने की खिड़की हैं। जब कोई मरीज खोई हुई दृष्टि वापस पाता है, तो वह केवल रोशनी नहीं, अपने पूरे जीवन को पुन: प्राप्त करता है। मेरा विश्वास है कि चिकित्सा केवल इलाज नहीं, बल्कि संवेदना, सेवा और समर्पण का दूसरा नाम है। मेरी कोशिश हमेशा यही रहती है कि हर मरीज को न केवल बेहतर उपचार मिले, बल्कि उसे यह भी महसूस हो कि कोई उसकी तकलीफ को समझ रहा है।
- डॉ. सुवेश कुमार
उपलब्ध सुविधाएं
* मोतिर्यांबद सर्जरी:
बिना सूई, बिना स्ट्रिप्स वाली फेको तकनीक (2.2 मिमी), आधुनिकतम कडछ विकल्पों के साथ।
* रेटिना केयर यूनिट:
मधुमेह रेटिनोपैथी के लिए लेजर फोटोकॉगुलेशन और इंट्राविट्रियल इंजेक्शन
(Avastin/Lucentis) की सुविधा।
* ग्लूकोमा क्लीनिक:
डउळ, पेरीमेट्री, याग लेजर, ट्रेबेक्यूलेक्टोमी सर्जरी, पैचीमेट्री आदि।
* ऑकुलोप्लास्टी और कॉर्निया क्लिनिक:
ऊउफ, पलक एवं आंखों का तिरछापन का ईलाज/सर्जरी
* अन्य सेवाएं:
आंखों के व्यायाम, ट्रॉमा क्लिनिक, कम दृष्टि सहायता, चश्मा दुकान, कंटेक्ट लेंस, फार्मेसी और पैथोलॉजी।
* इन्फ्रास्ट्रक्चर :
इस सेंटर में बाहरी मरीजों के लिए अलग से चार कमरे बनाए गए हैं, ताकि दूर-दराज से आने वाले मरीजों को ठहरने की परेशानी न हो। रेटिनोपैथी के इलाज के लिए एक विशेष मशीन उपलब्ध है, जिससे दवाओं के इंजेक्शन द्वारा रोग को नियंत्रित किया जाता है।
(अस्वीकरण : इस लेख में किए गए दावों की सत्यता की पूरी जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति / संस्थान की है)
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