मुजफ्फरपुर से खुलने वाली ट्रेनों में बढ़ेंगे जनरल कोच, जानिए क्या है रेलवे का प्लान
मुजफ्फरपुर से खुलने वाली ट्रेनों में बोगियों की संरचना बदलने का काम शुरू हो गया है। मुजफ्फरपुर-आनंद विहार सप्तक्रांति सुपरफास्ट और मुजफ्फरपुर-सिकंदरपुराबाद साप्ताहिक ट्रेन में यह बदलाव किया गया है। दो जनरल बोगी एसी कोच के पीछे और दो स्लीपर कोच के बाद लगाई गई है।

रेल यात्रियों की सहूलियत, चेन पुलिंग और भीड़ नियंत्रण के लिए मुजफ्फरपुर से खुलने वाली एक्सप्रेस व मेल ट्रेनों में जेनरल बोगी लगाने की व्यवस्था में बदलाव किया गया है। नई व्यवस्था के तहत जेनरल बोगियां अब आगे और पीछे दोनों तरफ होंगी। जेनरल बोगी से संबंधित डिस्प्ले बोर्ड भी लगाए गए हैं। आने वाले दिनों में यह व्यवस्था पूर्व मध्य रेलवे की सभी ट्रेनों में लागू की जाएगी। यह बदलाव जेनरल बोगी में चढ़ने के लिए लगने वाली लंबी कतार को छोटी करने के लिए किया गया है, ताकि चढ़ने के दौरान अफरातफरी नहीं मचे।
इसे लेकर रेलवे बोर्ड के संयुक्त निदेशक कोचिंग राजेश कुमार ने आदेश जारी किया है। उन्होंने पूर्व मध्य रेलवे सहित सभी जोन के महाप्रबंधक को पत्र भेजकर इसका अनुपालन करने का कहा है। मालूम हो कि, चेन पुलिंग को ठीक करने में समय बर्बाद होता है। इसमें लगने वाले समय को कम करने के लिए रेलवे ने इसे लागू किया है। साथ ही प्लेटफॉर्म पर एक जगह भीड़ इक्ट्ठा नहीं हो, इस लिहाज से भी बोगियों की संरचना बदली गई है।
दो ट्रेनों में बदलाव, अन्य में करने की तैयारी
जीएम के पत्र के आलोक में मुजफ्फरपुर से खुलने वाली ट्रेनों में बोगियों की संरचना बदलने का काम शुरू हो गया है। मुजफ्फरपुर-आनंद विहार सप्तक्रांति सुपरफास्ट और मुजफ्फरपुर-सिकंदरपुराबाद साप्ताहिक ट्रेन में यह बदलाव किया गया है। दो जेनरल बोगी एसी कोच के पीछे और दो स्लीपर कोच के बाद लगाई गई है। आगे और ट्रेनों में यह व्यवस्था लागू करने की तैयारी पूमरे कर रहा है।
यात्रियों की सुविधा को कराई जा रही उद्घोषणा
नई व्यवस्था को लेकर स्टेशन पर बार-बार उद्घोषणा कराई जा रही है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार एक ही जगह सभी जेनरल बोगियां रहने से यात्रियों को परेशानी होती थी। सीट पाने के लिए लोग घंटों लंबी लाइन में लगे रहते थे। नंबरिंग के आधार पर एक-एक कर ट्रेन में चढ़ाने में ट्रेन खुलने का समय हो जाता था। इससे पीछे लाइन में खड़े लोगों को दौड़कर चढ़ना पड़ता था। इस दौरान कई लोगों की ट्रेन छूट जाती थी।