अधिकारियों ने बताया कि फजल हुसैन ने रविवार तड़के इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जबकि उनकी पत्नी और बच्चों को विशेष उपचार के लिए जम्मू रेफर किया गया था।
पहलगाम का पर्यटन स्थल न केवल पिछली रात की तुलना में अधिक ठंडा रहा, बल्कि इस अवधि के दौरान दक्षिण कश्मीर के लोकप्रिय हिल स्टेशन के लिए मौसमी औसत से 3.2 डिग्री सेल्सियस कम था।
रूहुल्ला मेहदी ने सवाल किया, ‘क्या रक्षा मंत्री को यह बताने में खुशी होगी कि श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर सेना या अर्धसैनिक बल के लिए हर कुछ किलोमीटर बाद कई स्थानों पर यातायात को रोक दिया जाता है, आखिर ऐसा क्यों है?’
एनकाउंटर में सेना की 2 पैरा के जूनियर कमीशन अधिकारी (JCO) नायब सूबेदार राकेश कुमार शहीद हो गए और 3 अन्य सैनिक घायल हुए हैं। रविवार की मुठभेड़ के बाद से आतंकवादियों की ओर से कोई गोलीबारी नहीं हुई है।
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी का इंतजार है। हालांकि, एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने पहचान गुप्त रखते हुए बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक आतंकवादी मारा गया है।
लोन ने कहा, ‘जब मैं युवा था, तब मेरे इलाके में सैन्य कार्रवाई की गई थी। मैं उस समय शायद 10वीं कक्षा का छात्र था। मुझे मिलाकर 32 युवाओं को पूछताछ के लिए चुना गया था।’
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने ‘पाकिस्तानी एजेंडा नहीं चलेगा’ जैसे नारे लगाए। भाजपा विधायक आसन के समक्ष भी आ गए, जिसके बाद अध्यक्ष अब्दुल रहीम राठेर ने निर्देश दिया कि उन्हें बाहर निकाल दिया जाए।
अगस्त 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था। इससे जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त हो गया था और तत्कालीन राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था।
वहीद पारा का कहना था कि जम्मू-कश्मीर को फिर से विशेष दर्जा मिलना चाहिए और आर्टिकल 370 की बहाली हो जानी चाहिए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को दोबारा पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की भी मांग की। फिलहाल जम्मू-कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश है, जहां दिल्ली की तरह ही विधानसभा भी है।
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के बाद संगठन में बड़ा फेरबदल किया जा रहा है। सत शर्मा को नया बीजेपी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वहीं रविंदर रैना को राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया है।