बिहार के जातीय सर्वेक्षण पर लगातार सवाल उठाने वाले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने हमला बोला है। उन्होने कहा राहुल गांधी बिहार का अपमान कर रहे हैं। संविधान की फर्जी कॉपी लेकर घूमने से संविधान की रक्षा नहीं होती।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में अपने डेढ़ घंटे के भाषण में जाति जनगणना का कोई जिक्र नहीं किया, क्योंकि वो दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को उनकी वास्तविक स्थिति का पता नहीं चलने देना चाहते हैं।
बिहार की जातीय जनगणना पर एक बार फिर से निशाना साधते हुए पटना पहुंचे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हम देश में जातीय जनगणना कराएंगे। यह जनगणना बिहार की तरह नहीं बल्कि तेलंगाना की तरह होगी।
बिहार की जातीय गणना को फर्जी बताने वाले राहुल गांधी के बयान पर लोकसभा में पश्चिमी चंपारण से भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने तंज कसते हुए कहा कि जब बिहार में जातीय गणना हुई थी। तब सरकार में कांग्रेस के मंत्री थे, आरजेडी का नेता डिप्टी सीएम था। वो क्या कर रहे थे?
तेलंगाना सरकार द्वारा जारी किए गए जातिगत आंकडे़ स्वागतयोग्य हैं। इसके पहले बिहार सरकार ने भी जातिगत आंकडे़ जारी किए थे। मोटे तौर पर जैसे बिहार के आंकड़ों ने बहुत नहीं चौंकाया था, वैसे ही तेलंगाना के आंकड़ों ने भी कोई बहुत नई व बड़ी सूचना नहीं…
बिहार में हुई जाति गणना को फेक बताए जाने पर राहुल गांधी एनडीए नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। अब कांग्रेस पार्टी ने उनके बयान पर सफाई दी है। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि जाति गणना की रिपोर्ट पर अमल नहीं हुआ, इसलिए राहुल ने इसे झूठा बताया है।
मोदी सरकार के मंत्री और जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी खुद फर्जीवाड़ा के सरदार हैं इसलिए उन्हें सबकुछ फर्जी नजर आता है। उन्हें किसी चीज का ज्ञान नहीं है और ड्रामा करते रहते हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पटना में कांग्रेस के संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार में हुई जाति आधारित गणना को फर्जी बताया है।
1961 से 2001 तक की जनगणना में सरकार ने जातिगत जनगणना से दूरी बनाए रखी। 2011 की जनगणना में पहली बार जाति आधारित आंकड़े (सामाजिक आर्थिक जातिगत) भी एकत्र किए गए, लेकिन यह डाटा सार्वजनिक नहीं किया। जनगणना में आगे काफी कुछ नया हो सकता है।
ललन सिंह ने दावा किया कि मुंबई में जब INDIA अलायंस की मीटिंग थी तो नीतीश कुमार जी ने जाति गणना पर प्रस्ताव लाने की बात कही थी। तब अखिलेश यादव ने मुंह पर टेप चिपका ली थी और कुछ नहीं बोल सके थे।