किसी देश के पास 100% फुलप्रूफ इंटेलिजेंस नहीं, इजरायल को ही देख लो; पहलगाम हमले पर शशि थरूर
शशि थरूर ने कहा, 'हमें नहीं पता कि कितने आतंकी हमलों को सफलता से रोक दिया गया। हम केवल उन हमलों के बारे में जानते हैं, जिन्हें रोकने में हम विफल रहे। यह किसी भी देश में सामान्य है। मैं मानता हूं कि विफलताएं हुई हैं।'

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पहलगाम में आतंकी हमले पर रविवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की वजह संभवतः खुफिया विफलता थी। इसकी तुलना उन्होंने 7 अक्टूबर, 2023 को आतंकी संगठन हमास की ओर से इजरायल पर किए गए हमले से की, जो अपने मजबूत खुफिया तंत्र के लिए जाना जाता रहा। उन्होंने कहा, 'जाहिर तौर पर फुल प्रूफ इंटेलिजेंस जानकारी नहीं थी। कहीं न कहीं विफलता हुई है। लेकिन, हमारे पास इजरायल का उदाहरण है जिसे दुनिया की सबसे शानदार खुफिया सर्विस में गिना जाता है। इसके बावजूद, दो साल पहले 7 अक्टूबर को वह चौंक गया था। मुझे लगता है कि जैसे इजरायल युद्ध समाप्त होने तक जवाबदेही की मांग टाल रहा है, वैसे ही हमें भी मौजूदा संकट को पहले पार कर लेना चाहिए और फिर सरकार से जवाबदेही मांगनी चाहिए। कोई भी देश 100 प्रतिशत अचूक खुफिया तंत्र नहीं रख सकता।'
शशि थरूर ने बताया कि आतंकी हमलों को सफलतापूर्वक रोकने की घटनाएं अक्सर ध्यान में नहीं आतीं, जबकि विफलताएं उजागर होती हैं। उन्होंने विफलताओं को स्वीकार किया, मगर तुरंत दोष लगाने के बजाय मौजूदा संकट पर ध्यान देने की अपील की। थरूर ने कहा, 'हमें नहीं पता कि कितने आतंकी हमलों को सफलता से रोक दिया गया। हम केवल उन हमलों के बारे में जानते हैं, जिन्हें रोकने में हम विफल रहे। यह किसी भी देश में सामान्य है। मैं मानता हूं कि विफलताएं हुईं, लेकिन अभी हमारा ध्यान उस पर नहीं होना चाहिए।'
इस्लामी आतंकवादियों को खत्म करने की जरूरत: शशि थरूर
इससे पहले, शशि थरूर ने कहा था कि पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर यह समय घरेलू आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है। उन्होंने कहा कि इस्लामी आतंकवादियों और उनके पाकिस्तानी आकाओं को खत्म किया जाना चाहिए। इसके लिए जो भी सर्वोत्तम लगे, उसमें हमें अपनी सरकार का समर्थन करना चाहिए। कांग्रेस सांसद थरूर ने कहा कि कश्मीरी एकीकरण और सांप्रदायिक सद्भाव के प्रति भारत की प्रतिबद्धता कम नहीं होनी चाहिए। मंगलवार दोपहर को दक्षिण कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। थरूर ने कहा कि इस बर्बर घटना के लिए उन लोगों की अधिक जिम्मेदारी है, जिन्होंने हत्याओं की साजिश रची और उन्हें अंजाम दिया, न कि उन लोगों की जो इसे रोकने में विफल रहे। उन्होंने यह टिप्पणी एक्स पर एक पोस्ट में की, क्योंकि वह कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के लिए समय पर लक्षद्वीप से दिल्ली नहीं आ सके।