ज्योतिषशास्त्र में ग्रहों की चाल बदलने को बेहद महत्वपूर्ण कहा जाता है। ग्रहों की चाल बदलने से सभी 12 राशियां प्रभावित होती हैं। कुछ राशि वालों को शुभ तो कुछ राशि वालों को अशुभ फल की प्राप्ति होती है।
22 अगस्त को बुध देव कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बुध के कर्क राशि में प्रवेश करने से कुछ राशि वालों का भाग्योदय होना तय है। ज्योतिषशास्त्र में बुध को विशेष स्थान प्राप्त है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध और शुक्र की युति सिंह राशि में होने से शुभ लक्ष्मी नारायण योग बन गया है। यह योग कुछ राशियों के जातकों के लिए सौभाग्य लाएगा। बुध ने 19 जुलाई और शुक्र ने 31 जुलाई को सिंह राशि में प्रवेश किया था।
ज्योतिषशास्त्र में बुध को विशेष स्थान प्राप्त है। बुध देव को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता और मित्रता का कारक ग्रह कहा जाता है। बुध देव को राजकुमार भी कहा जाता है। बुध के शुभ होने पर व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
ज्योतिषशास्त्र में बुध को विशेष स्थान प्राप्त है। बुध देव को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता और मित्रता का कारक ग्रह कहा जाता है। बुध देव को राजकुमार भी कहा जाता है।
बुध देव को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता और मित्रता का कारक ग्रह कहा जाता है। बुध देव को राजकुमार भी कहा जाता है। बुध के शुभ होने पर व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है।19 जुलाई को बुध देव कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
ज्योतिषशास्त्र में बुध को विशेष स्थान प्राप्त है। बुध देव को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता और मित्रता का कारक ग्रह कहा जाता है। बुध देव को राजकुमार भी कहा जाता है।
1 जुलाई को बुध देव पुष्य नक्षत्र में प्रवेश कर गए हैं। बुध के पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करने से कुछ राशि वालों का भाग्योदय होना तय है। ज्योतिषशास्त्र में बुध को विशेष स्थान प्राप्त है।
ज्योतिषशास्त्र में बुध को विशेष स्थान प्राप्त है। बुध देव को बुद्धि, तर्क, संवाद, गणित, चतुरता और मित्रता का कारक ग्रह कहा जाता है। बुध देव को राजकुमार भी कहा जाता है। बुध के शुभ होने पर व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है।
Horoscope Rashifal : आज बुध देव वृश्चिक राशि में प्रवेश कर गए हैं। बुध के वृश्चिक राशि में प्रवेश करने से कुछ राशि वालों को जबरदस्त लाभ हो रहा तो कुछ राशि वालों को सावधान रहने की आवश्यकता है।