बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर लगी आग बुझी, जहरीले धुएं से लोग परेशान; घुटने लगा दम
गुरुग्राम के बंधवाड़ी कचरा स्थल पर दो दिन पहले लगी आग को बुझा दिया गया है, लेकिन स्थानीय लोग हवा में फैले जहरीले धुएं के प्रभाव से जूझ रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि वहां बार-बार आग लगती रहती है।

गुरुग्राम के बंधवाड़ी कचरा स्थल पर दो दिन पहले लगी आग को बुझा दिया गया है, लेकिन स्थानीय लोग हवा में फैले जहरीले धुएं के प्रभाव से जूझ रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि वहां बार-बार आग लगती रहती है और इससे आसपास के लोगों को बहुत दिक्कत होती है। उन्होंने बताया कि धुएं के कारण लोगों का दम घुटने लगता है। अधिकारियों के अनुसार, दो दिन पहले कचरा स्थल पर लगी आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 25 से अधिक गाड़ियां तैनात की गईं थीं और आग को पूरी तरह बुझाने में 16 घंटे लगे। यह अकेला मामला नहीं है। सिर्फ मार्च से जून 2024 के बीच यहां 70 से ज्यादा बार आग लग चुकी है।
नगर निगम गुरुग्राम (एमसीजी) के एक अधिकारी के अनुसार, ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में कार्बनिक कचरे के अपघटन के कारण लैंडफिल में कचरे के नीचे मीथेन गैस बनती है जो हवा के संपर्क में आने पर तुरंत आग पकड़ लेती है। उन्होंने कहा कि आग की तीव्रता के कारण इसे नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है। एक अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के दौरान पता चला कि वन क्षेत्र में कचरा फैला होना लैंडफिल साइट पर हाल ही में लगी आग का कारण है।
इसी बीच, नागरिक समूहों और पर्यावरणविदों ने अरावली की रक्षा के लिए एक विशेष फोर्स की मांग उठाई है। वन विभाग ने घोषणा की थी कि एक विशेष फोर्स का गठन किया जाएगा जो संरक्षित अरावली के आसपास गश्त करेगा और अवैध अतिक्रमण, अवैध खनन, पेड़ों की कटाई आदि पर अंकुश लगाएगा। लेकिन यह परियोजना लंबे समय से ठंडे बस्ते में है। एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने कहा कि वन विभाग दक्षिण हरियाणा में अरावली के लगभग एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र के लिए 50 से अधिक सुरक्षा चौकियां स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वन रक्षकों के सैकड़ों पद रिक्त पड़े हैं और वे अधिक वन रक्षकों की भर्ती के लिए सरकार को पत्र लिखेंगे।