पैसों के बारे में बच्चों से भूलकर भी ना कहें ये 5 बातें, चाहकर भी नहीं हो पाएंगे अमीर!
कई बार जानें-अनजाने में पैरेंट्स बच्चों के मन में पैसे को ले कर ऐसा नेगेटिव माइंडसेट विकसित कर देते हैं कि आगे चलकर भविष्य में उसे परेशानी हो सकती है। ये माइंडसेट बच्चों के फाइनेंशियल सक्सेस में बाधा बन सकता है।

'पैसे पेड़ पर नहीं उगते' या 'पैसा हाथ का मैल है', पैसे को ले कर आपने ऐसे कई मुहावरे सुनें होंगे। आपकी खुद भी पैसे को ले कर अपनी एक राय होगी। लेकिन एक बात तो कोई नहीं झुठला सकता कि पैसा बेहद जरूरी है। हर पैरेंट्स का भी यही सपना होता है कि उनके बच्चे आगे चलकर खूब पैसा कमाएं और कम से कम पैसों से जुड़ी किसी चीज का अभाव उनके जीवन में ना हो। इसके लिए बच्चे में पैसों को ले कर एक पॉजिटिव माइंडसेट विकसित करना बेहद जरूरी है। कई बार पैरेंट्स अपनी बातों और एक्शंस के जरिए पैसे को ले कर बच्चे के मन में इतनी नेगेटिव छवि बना देते हैं कि बच्चा पैसे को भी वैसे ही देखने लगता है। ये सब कहीं ना कहीं भविष्य में उसकी पैसा कमाने की क्षमता पर भी असर डालता है। तो चलिए जानते हैं वो कौन सी बातें हैं जो बच्चों से कहने से बचना चाहिए।
'पैसे पेड़ पर नहीं उगते, बहुत मेहनत लगती है'
अक्सर मां-बाप बच्चों को पैसों का महत्व बताने के लिए यह वाक्य इस्तेमाल में ले आते हैं। गुस्से में बोल पड़ते हैं 'पैसे क्या पेड़ पर उगते हैं, तुम जानते भी हो कि कितनी मेहनत लगती है', 'कितनी मेहनत से हम तुम्हें स्कूल में पढ़ा रहे हैं या तुम्हारे खर्चे पूरे कर रहे हैं।' यह सब बेशक नॉर्मल लगे लेकिन कहीं ना कहीं यह बच्चे के मन में पैसे को ले कर एक नेगेटिव छवि बना देता है। बच्चा पैसे को एक ऐसी मुश्किल चीज के रूप में देखने लगता है जिसे पाना काफी कठिन है। ऐसे में वो भविष्य में ज्यादा पैसे कमाने की सोच रखने से भी बचता है।
'यह बहुत महंगा है, हम नहीं खरीद सकते'
हर चीज के लिए बच्चों से यूं ना कहें कि यह काफी महंगी है और हम इसे अफोर्ड नहीं कर सकते। जब आप हर चीज के लिए बच्चे के मन में ये बात डालते रहते हैं कि यह महंगी है तो कहीं ना कहीं बच्चे के मन में पैसे को ले कर एक नेगेटिव इमेज बनती है। जबकि इसकी जगह बच्चे को इंस्पायर करें कि आप मेहनत कर के इसे खरीद सकते हैं, इसमें समय जरूर लगेगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं है जो आप (बच्चा) अफोर्ड नहीं कर सकते।
'एग्जाम में अच्छे नंबर नहीं लाए तो गरीब ही रह जाओगे'
ज्यादातर पैरेंट्स यह बात अपने बच्चे से बड़ी कैजुअली बोल देते हैं कि अगर वो परीक्षा में गंदे मार्क्स ला रहा है तो ना कभी वो सफल होगा और ना ही अमीर बनेगा। ऐसा कर के वो बच्चे में शुरू से ही एक नेगेटिव थॉट पैटर्न डेवलप कर देते हैं। जब बच्चा अच्छे मार्क्स नहीं ला पाता तो उसके दिमाग में यह बैठ जाता है कि वो जीवन में कभी अच्छे पैसे नहीं कमा सकता। जबकि यह बात आप भी जानते हैं कि परीक्षा में लाए नंबर और जीवन की सफलता के बीच कोई भी लिंक नहीं है।
'जी तोड़ मेहनत और पढ़ाई करने वालों पर ही आता है पैसा'
छोटी उम्र से ही अगर आप बच्चों में पैसे कमाने को ले कर एक डर बैठा रहे हैं, तो यकीन मानें भविष्य में ये उसे बहुत परेशान करने वाला है। अगर आपको लगता है कि ऐसा बोलकर आप बच्चे को हार्ड वर्क या पढ़ाई के लिए मोटिवेट कर रहे हैं तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। इससे तो उल्टा बच्चे के अंदर एक डर बैठ जाता है और कहीं ना कहीं वो यही सोचने लगता है कि ज्यादा पैसा कामना उसके बस की बात नहीं।
'पैसा कमाने के लिए वो सब करना पड़ता है जो आप नहीं चाहते'
पैसे को लेकर ये रवैया रखना भी ठीक नहीं। खासतौर से बच्चों में तो यह थॉट पैटर्न डालना ही नहीं चाहिए। ऐसा करने से जाहिर है बच्चा पैसे को ले कर बुरा ही सोचेगा। इसकी जगह बच्चे को बताएं कि कैसे वो अपने मनपसंद काम करते हुए भी पैसा कमा सकते हैं। पैसा इतनी भी जरूरी नहीं कि आपकी मेंटल हेल्थ ही दांव पर लग जाए। इसलिए लाइफ में बैलेंस का होना बहुत जरूरी है।
(Credit: RIDDHI DEORAH)
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