हद है! शिमला में पहलगाम हमले के विरोध में उल्टा तिरंगा लिए दिखे कांग्रेस नेता
दरअसल कुछ कांग्रेस नेता उल्टा तिरंगा लेकर मार्च में शामिल होते नजर आए,जिसकी तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं।यह कैंडल मार्च 25 अप्रैल की शाम ऐतिहासिक माल रोड से लेकर रिज मैदान तक निकाला गया था।

पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का राजधानी शिमला में हुआ कैंडल मार्च सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। इस शोक सभा के दौरान एक चूक ने सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। दरअसल कुछ कांग्रेस नेता उल्टा तिरंगा लेकर मार्च में शामिल होते नजर आए,जिसकी तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
यह कैंडल मार्च 25 अप्रैल की शाम ऐतिहासिक माल रोड से लेकर रिज मैदान तक निकाला गया। इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की अगुवाई में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू,राज्यसभा सांसद एवं प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल,उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सहित कई मंत्री,विधायक और वरिष्ठ नेता शामिल हुए। सभी नेताओं ने पहलगाम में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की।
मार्च के दौरान कांग्रेस नेताओं ने ‘शहीदों को श्रद्धांजलि’ लिखा बड़ा बैनर और हाथों में तिरंगा लेकर शांति पूर्वक प्रदर्शन किया। लेकिन कुछ नेताओं के उल्टा तिरंगा थामने की तस्वीरें सामने आने के बाद कांग्रेस की बड़ी किरकिरी हो रही है। हैरानी की बात यह रही कि आयोजन की तस्वीरें सरकार की ओर से आधिकारिक रूप से प्रेस को जारी की गईं, जिसमें भी यह गलती साफ नजर आ रही है। न तो कांग्रेस पार्टी ने इस पर अब तक कोई स्पष्टीकरण दिया है और न ही विपक्ष भाजपा ने प्रतिक्रिया जाहिर की है।
इस कैंडल मार्च को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर उस ताकत का डटकर मुकाबला करेगी जो देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की शांत वादियों में पर्यटकों को निशाना बनाना बेहद निंदनीय कृत्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहलगाम में 28 पर्यटकों की नृशंस हत्या सीधे-सीधे देश की एकता पर हमला है और कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार के साथ मिलकर इसका सख्त जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा हमेशा राष्ट्रहित में रही है और इसकी मिसाल हैं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी, जिन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इस कैंडल मार्च में राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह, एचपीटीडीसी अध्यक्ष आरएस बाली, योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, महापौर सुरेंद्र चौहान और कई विधायक मौजूद रहे।
रिपोर्ट : यूके शर्मा
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