गुजरात में बिहार से लाए बच्चे; सितम ढाने पर 3 मदरसा शिक्षक अरेस्ट; खुलासा कर देगा हैरान
गुजरात के साबरकांठा जिले के प्रांतिज कस्बे में तीन मदरसा शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है। उन पर मामूली बात पर कुछ नाबालिग छात्रों को पीटने और उनको स्कूल परिसर से बाहर नहीं निकलने देने का आरोप है।

गुजरात के साबरकांठा जिले के प्रांतिज कस्बे में मामूली बात पर कुछ नाबालिग छात्रों को पीटने और उनको स्कूल परिसर से बाहर नहीं निकलने देने पर तीन मदरसा शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उपाधीक्षक एके पटेल ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि यह वारदात तब सामने आई जब सोमवार को मदरसे के 8 छात्र मदरसे से भाग निकले और उदयपुर जाने वाली ट्रेन के यात्रियों से मदद मांगी।
पुलिस उपाधीक्षक एके पटेल ने बताया कि शिकायत के आधार पर प्रांतिज पुलिस ने तीन मदरसा शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। उन पर नाबालिग छात्रों की पिटाई करने और उन्हें परिसर में बंद रखने का आरोप है। नाबालिग छात्रों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उनको मामूली कारणों से पीटा गया। उन्हें परिसर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
तीनों मदरसा शिक्षकों की पहचान मुफ्ती यूसुफ, मौलवी मोहम्मद अनस मेमन और मौलवी मोहम्मद फहाद के रूप में हुई है। यूसुफ प्रांतिज स्थित जामिया दारुल एहसान वक्फ मदरसा का मुफ्ती है। तीनों पर मारपीट, गलत तरीके से बंधक बनाने और किशोर न्याय अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 16 साल का शिकायतकर्ता छात्र और मदरसे के 31 अन्य नाबालिग मूल रूप से बिहार के बताए जाते हैं। इन बच्चों 13 अप्रैल को ट्रेन से गुजरात लाया गया था। लाने वाला यूसुफ ही था। कुछ दिनों बाद, इन शिक्षकों ने छात्रों को जल्दी नहीं सोने या सुबह 5 बजे नहीं उठने पर डंडों से पीटना शुरू किया।
आरोपी मदरसा टीचर अन्य मामूली बातों पर भी छात्रों को बेरहमी से पीटते थे। छात्रों को बाहर जाने से रोकने के लिए शिक्षक परिसर को बंद रखते थे। जब शिकायतकर्ता ने शिक्षकों से उन्हें कुछ समय के लिए बाहर जाने देने की गुजारिश की तो मोहम्मद हनफ ने उसके पेट में मुक्का मारा और उसकी पीठ पर डंडे बरसाए। आठ छात्र सोमवार की सुबह ताला खोलकर मदरसे से भाग गए और प्रांतिज स्टेशन से अहमदाबाद जाने वाली ट्रेन में सवार हो गए।
हालांकि, बच्चों ने बीच में ही अपनी योजना बदल दी। वे उलट दिशा में उदयपुर जाने वाली ट्रेन में बैठ गए। ट्रेन जब प्रांतिज के बाद हिम्मतनगर स्टेशन पहुंची तो आरोपियों ने बच्चों का पता लगा लिया। आरोपियों ने बच्चों को अपने साथ चलने के लिए मजबूर किया। इस पर बच्चे घबरा गए और उन्होंने खुद को बचाने के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया। इसके बाद रेलवे पुलिस के कर्मी मौके पर पहुंचे। बाद में बच्चों को प्रांतिज पुलिस को सौंप दिया गया।
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