सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार एनआईओएस से डीएलएड करने वाले शिक्षकों को नई भर्ती में भले ही मान्य कर लिया गया है, लेकिन इनके यूपीटीईटी 2021 प्रमाणपत्र को लेकर अभी तक पेच फंसा है।
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का नया अध्यक्ष बनने के बाद नई शिक्षक भर्ती की तरफ कदम बढ़ने शुरू हो गए हैं। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा ( यूपीटीईटी - UPTET ) के आयोजनों को लेकर जल्द निर्णय होने की उम्मीद है।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 में सफल अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र बंटने का रास्ता भी साफ हो गया है। अगले सप्ताह से सभी जिला डायट को प्रमाणपत्र भेजे जाएंगे।
कोर्ट ने यूपीटीईटी 2021 के दो गलत प्रश्नों के एवज में अभ्यर्थी याचियों को ग्रेस मार्क और यूपीटीईटी 2019 के दो प्रश्नों के लिए याचियों को एक-एक अंक देकर नए सिरे से परिणाम घोषित करने का निर्देश दिया है
सीटीईटी के नियमों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) बहुत जल्द कक्षा 9वीं से 12वीं के स्तर पर शिक्षकों की पात्रता के लिए सीटीईटी शुरू कर सकता है।
BEd Vs BTC: फैसला आने के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय एलनगंज की ओर से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी में सफल 2.16 लाख अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्
परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत सहायक अध्यापकों के प्रमोशन में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास होने का नियम लागू रहेगा। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने एक मई को सभी बेसिक शिक्षा
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2022 के लिए अभयार्थियों का इंतजार काफी लंबा हो गया है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 5 मार्च को किए गए ट्वीट से अब अभ्यार्थियों को काफी राहत मिली है। दरअसल यूपीट
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) 2021 हुए सालभर बीत चुके हैं, लेकिन इसमें सफल 6.60 लाख अभ्यर्थियों को आज तक प्रमाणपत्र नहीं मिल सका है। 23 जनवरी 2022 को आयोजित टीईटी का परिणाम आठ अप्रै
सीएम योगी ने कहा प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का आयोजन भी इसी नए आयोग के माध्यम से किया जाना चाहिए। यह सुनश्चिति किया जाए कि टीईटी समय पर हो।