कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हमें घबराना चाहिए क्योंकि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है। वायरस देश में पहले से ही मौजूद है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह भारत में HMPV का पहला मामला है, जो सच नहीं है क्योंकि वायरस देश में पहले से मौजूद है।'
कानपुर में मौसमी वायरल बुखार के मरीज काफी बढ़ गए हैं। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसे मरीज जिन्हें पहले कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ था, वो ठीक होने में बाकी मरीजों से ज्यादा समय ले रहे हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग ने जांच को लेकर सख्ती शुरू कर दी है। अब इमरजेंसी में भर्ती से पहले मरीज की कोविड जांच जरूरी कर दी गई है।
कोरोना वायरस हमलावर हो गया है। करीब सात महीने बाद कोरोना संक्रमण ने केजीएमयू में भर्ती बुजुर्ग महिला की जान ले ली। इससे पहले कोरोना से नौ सितंबर 2022 को मौत हुई थी।
यूपी में कोरोना वायरस का प्रभाव बहुत गंभीर होने की आशंका कम ही है लेकिन लापरवाही हुई तो हालात बिगड़ सकते हैं। फिलहाल, जिन लोगों को कोरोना का संक्रमण हुआ है उनमें वायरल लोड कम पाया जा रहा है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना को लेकर समीक्षा की। इसके साथ ही कोरोना को लेकर दिशा निर्देश जारी किया।
यूपी में स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। एहतियातन सभी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों की भर्ती से लेकर जांच तक की पुख्ता व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।
कोरोना को लेकर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने प्रदेशभर में अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग जांच से लेकर इलाज तक की व्यवस्था शुरू करें। एयरपोर्ट पर चौकसी बढ़ा दी जाए।
यूपी में एक बार फिर कोरोना अपनी रफ्तार पकड़ रहा है। राज्य में 592 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। लेकिन अच्छी बात ये है कि मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
राजधानी लखनऊ में एक बार फिर कोरोना ने चिंताजनक रूप से रफ्तार पकड़ ली है। शनिवार को 157 नए मरीज मिले हैं। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी की वजह लोगों में बढ़ती लापरवाही है।