कभी लोग गर्व से कहते थे कि राय उमानाथ बली के मंच पर खूब नाटक खेले हैं। आज राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह लगभग पांच वर्ष से बंद है
कटखने बंदरों का शहर के कई इलाकों में आतंक हैं। हाल ही में बाबूगंज इलाके में बंदरों के दौड़ाने से छत से गिरकर एक युवक की हुई मौत हो चुकी है। छह माह में 100 से अधिक को बंदरों ने काटा