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PM मोदी को बुला लें ट्रंप इसलिए गए थे जयशंकर; राहुल के बयान से बवाल, विदेश मंत्री ने ज्ञान पर उठाया सवाल

  • इस मसले पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का भी बयान आया है। उन्होंने राहुल गांधी के ज्ञान पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि यह सामान्य ज्ञान की बात है कि ऐसे आयोजनों पर प्रधानमंत्री नहीं जाया करते, वह अपने प्रतिनिधियों को भेजते हैं। राहुल गांधी ने संसद में गलत बयानी की है।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तानMon, 3 Feb 2025 05:25 PM
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PM मोदी को बुला लें ट्रंप इसलिए गए थे जयशंकर; राहुल के बयान से बवाल, विदेश मंत्री ने ज्ञान पर उठाया सवाल

कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने भाषण में डोनाल्ड ट्रंप के शपथ समारोह को लेकर ऐसी बात कह दी कि बवाल मच गया। उन्होंने कहा कि ट्रंप की शपथ में एस. जयशंकर इसलिए गए थे ताकि अमेरिकी प्रशासन से नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने का आग्रह कर सकें। वह यह सुनिश्चित करने के लिए पहुंचे थे कि अमेरिका से नरेंद्र मोदी को बुला लिया जाए। इस पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने ऐतराज जताया। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि भारत की विदेश नीति को लेकर राहुल गांधी इस तरह की अवांछित टिप्पणी नहीं कर सकते। अब इस मसले पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का भी बयान आया है। उन्होंने राहुल गांधी के ज्ञान पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि यह सामान्य ज्ञान की बात है कि ऐसे आयोजनों पर प्रधानमंत्री नहीं जाया करते, वह अपने प्रतिनिधियों को भेजते हैं।

एस. जयशंकर ने एक्स पर लिखा, 'राहुल गांधी ने जानबूझकर दिसंबर 2024 में मेरे अमेरिकी दौरे को लेकर गलत जानकारी दी। मैं बाइडेन प्रशासन के विदेश मंत्री और एनएसए से मिले गया था। इस दौरान कौंसुल जनरल की मीटिंग की भी अध्यक्षता की थी। मेरे वहां रहने के दौरान नए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी मुझसे मिले।' इसके आगे वह लिखते हैं कि किसी भी स्टेज पर पीएम को न्योते को लेकर बात नहीं हुई। यह तो सामान्य ज्ञान है कि ऐसे आयोजनों में प्रधानमंत्री नहीं जाया करते। आमतौर पर भारत की ओर से विशेष दूत भेजे जाते हैं और पीएम के दूत के तौर पर मैं अमेरिका में ट्रंप की शपथ में शामिल हुआ था।

राहुल गांधी ने कहा था, 'हम जब अमेरिका से बात करेंगे तो अपने प्रधानमंत्री के लिए निमंत्रण पाने को विदेश मंत्री को तीन-चार बार नहीं भेजेंगे क्योंकि अगर हमारे पास उत्पादन प्रणाली होती और हम इन प्रौद्योगिकियों पर काम कर रहे होते, तो अमेरिकी राष्ट्रपति यहां आते और खुद ही प्रधानमंत्री को आमंत्रित करते।' इस पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने कड़ा ऐतराज जताया। किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्षी नेता को ऐसी हल्की बातें नहीं करनी चाहिए। यह दो देशों के बीच संबंधों की बात है। वह हमारे पीएम के न्योते के बारे में गलत और अवांछित दावे कर रहे हैं। उन्हें जिम्मेदारी से बर्ताव करना चाहिए। यदि नेता विपक्ष के पास कोई सूचना है तो वह सदन को बताएं कि किसने उन्हें बताया कि विदेश मंत्री किस मकसद से अमेरिका गए थे।

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इस पर राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि यदि मेरे सवाल से आपकी मानसिक शांति भंग हुई हो तो मैं माफी मांगता हूं। इस पर रिजिजू ने कहा कि आपको सदन में झूठ बोलने के लिए माफी मांगनी चाहिए। नेता विपक्ष को थोड़ी गंभीरता दिखानी चाहिए। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के शपथ समारोह में शामिल होने के लिए एस. जयशंकर पहुंचे थे, जिसमें वह पहली पंक्ति में नजर आए थे। हाल ही में पीएम मोदी ने भी ट्रंप से बात की है और सूत्रों का कहना है कि फरवरी में वह अमेरिका जा सकते हैं।

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