राहुल गांधी ने बताया किस चीज में फेल थी UPA सरकार, उसी बहाने PM मोदी पर भी उठाया सवाल
- राहुल गांधी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया का प्रस्ताव रखा था, जो एक अच्छा आइडिया था। हमने इसके नाम पर बहुत कार्यक्रम देखे, लेकिन आंकड़े कुछ और करते हैं। 2014 में जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की हिस्सेदारी 15 फीसदी थी, लेकिन आज यह 12 फीसदी है। इस तरह मेक इन इंडिया फेल रहा।
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कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस देश में हम सालों से राष्ट्रपतियों के एक से भाषण सुनते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम उनसे एक जैसी समस्याएं और उनके वैसे ही समाधान सुनते रहे हैं, लेकिन आज तक कोई हल नहीं निकला। यह एक ऐसी लॉन्ड्री है, जिससे धुलकर हर सरकार एक ही जैसी चीजें पेश करती है। यही नहीं इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व में 10 साल चली यूपीए सरकार का भी जिक्र किया और उसे रोजगार देने के मामले में नाकाम बताया। हालांकि इसके साथ वह मौजूदा एनडीए सरकार को पीएम मोदी को लपेटना नहीं भूले।
राहुल गांधी ने कहा,' हम सालों से राष्ट्रपति के भाषण सुनते आ रहे हैं, जिनमें एक जैसी चीजें रहती हैं। हम बहुत सली समस्याओं का हल नहीं निकाल पाए हैं। इस देश का भविष्य युवाओं में है और हमें उनकी बात करनी होगी। राहुल गांधी ने कहा कि यह सभी लोग स्वीकार करेंगे कि हमने भले ही तेजी से प्रगति की है, लेकिन यह सच है कि हम सभी लोग इस काम में फेल रहे हैं। ना ही यूपीए सरकार ऐसा कर पाई और ना आज की एनडीए सरकार इसमें सफल रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया का प्रस्ताव रखा था, जो एक अच्छा आइडिया था। हमने इसके नाम पर बहुत कार्यक्रम देखे, लेकिन आंकड़े कुछ और करते हैं। 2014 में जीडीपी में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की हिस्सेदारी 15 फीसदी थी, लेकिन आज यह 12 फीसदी है। इसमें पीएम मोदी की कोई गलती नहीं थी, लेकिन यह सच है कि योजना फेल रही।'
उन्होंने कहा कि किसी भी देश को आर्थिक प्रगति के लिए मैन्युफैक्चरिंग यानी प्रोडक्शन और सर्विसेज का विकास जरूरी होता है। 1990 के बाद से सभी देशों ने ऐसा किया है। अडानी और अंबानी ने सर्विसेज को मजबूत किया है, लेकिन प्रोडक्शन कमजोर हुआ है। यही वजह है कि आज भारत में चीजें असेंबल हो रही हैं, लेकिन प्रोडक्शन नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि यही हमारी कमी है। हम जब भी कोई कपड़ा पहनते हैं या मोबाइल खरीदते हैं तो चीन को एक टैक्स चुकाते हैं। इसलिए मेरी सलाह है कि प्रोडक्शन पर ध्यान दीजिए। उससे ही रोजगार में इजाफा होगा।
बताया कैसे रोजगार देने में हम चीन को देंगे मात
राहुल गांधी ने कहा कि हमारी सरकार के दौर में कंप्यूटर सॉफ्टवेयर पर इन्वेस्ट किया गया था। आज उससे रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमें इस पर ध्यान देना होगा। आज देखिए कि यूक्रेन और रूस युद्ध में बड़े पैमाने पर ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है। इसमें आखिर है क्या, बैट्री है और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है। हमें भी इलेक्ट्रिक प्रोडक्ट्स, बैटरी, इलेक्ट्रिक वीकल्स पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि हमें स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना होगा कि कैसे बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक मोटर्स आदि काम करते हैं। रोबोट, ऑप्टिक्स आदि के बारे में बताना होगा। चीन इस मामले में हमसे कम से कम 10 साल आगे चल रहा है। हमें इस पर फोकस करना होगा और यदि बच्चों को यह सिखाया गया तो देश कहीं आगे निकल जाएगा। हमारा प्रोडक्शन सिस्टम मजबूत होगा और यही रोजगार का साधन बन जाएगा।