Foreign Minister Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच में समीकरण के बारे में बात की। दोनों वैश्विक नेताओं के बीच हुई पिछली मीटिंग के बारे में बात करते हुए जयशंकर ने कहा कि दोनों नेता राष्ट्रवादी है और दोनों ही एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।
दक्षिण अफ्रीका 2025 के लिए जी-20 की मेजबानी कर रहा है, और इस बैठक से पूरे वर्ष के लिए निर्धारित कार्यक्रमों की श्रृंखला की शुरुआत होगी।
हसीना के अपदस्थ होने के बाद बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमलों को लेकर भारत और बांग्लादेश के बीच घनिष्ठ संबंध गंभीर तनाव में आ गए थे।
विदेश मंत्री इन दिनों जर्मनी की यात्रा पर हैं। एक कॉन्फ्रेंस के दौरान उनसे सवाल किया गया कि क्या दुनियाभर में लोकतंत्र खतरे में है। इसपर एस जयशंकर ने अपनी स्याही लगी हुई उंगली दिखाते हुए जवाब दिया।
आकंड़े बता रहे हैं कि सबसे ज्यादा भारतीयों का निर्वासन साल 2019 में हुआ था। उस समय डोनाल्ड ट्रंप की सरकार थी। जनवरी 2017 से जनवरी 2021 तक ट्रंप का पहला कार्यकाल था।
अमेरिका ने 104 भारतीय नागरिकों को वापस भेजा गया है। इनमें हरियाणा और गुजरात से 33, पंजाब से 30, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तीन-तीन, और चंडीगढ़ से दो लोग शामिल थे।
विभिन्न राज्यों से 104 अवैध प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान बुधवार को अमृतसर पहुंचा। अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत डोनाल्ड ट्रंप सरकार द्वारा निर्वासित भारतीयों का यह पहला जत्था था।
राज्यसभा में एस जयशंकर ने कहा, '...यह सभी देशों की जिम्मेदारी है कि अगर उनके नागरिक विदेश में अवैध रूप से रहते पाए जाते हैं, तो उन्हें वापस लिया जाए...।'
इस मसले पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का भी बयान आया है। उन्होंने राहुल गांधी के ज्ञान पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने कहा कि यह सामान्य ज्ञान की बात है कि ऐसे आयोजनों पर प्रधानमंत्री नहीं जाया करते, वह अपने प्रतिनिधियों को भेजते हैं। राहुल गांधी ने संसद में गलत बयानी की है।
5 फरवरी को होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यहां के निवासियों को उनके अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं।