नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, दोनों नेताओं ने पाकिस्तान और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से...
- अगले कुछ दिन महत्वपूर्ण नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि 26/11 मुंबई आतंकी हमलों का मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाया जाना न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बताया है कि डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ अटैक से निपटने के लिए भारत की क्या तैयारी है। विदेश मंत्री ने कहा कि हम अमेरिका के साथ इस साल के अंत तक ट्रेड डील करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि भारत एकमात्र देश है, जिसने ट्रेड डील को लेकर एक सहमति बनाने की पहली की है।
तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर उन्होंने कहा, 'तहव्वुर राणा के मुद्दे में कुछ भी नया कहने जैसा नहीं है। हम अमेरिका की कानूनी प्रक्रिया के फैसले का स्वागत करते हैं।'
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने कहा था कि भारत के पूर्वोत्तर के सात राज्य स्थलबद्ध (लैंड लॉक्ड) हैं, इसलिए बंगाल की खाड़ी और सटे हिन्द महासागर का वह अकेला संरक्षक है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत पर बेबुनियाद इल्जाम लगाते हुए कहा कि भारत को अल्पसंख्यकों के अधिकारों की हिमायत करने का कोई हक नहीं है।
संसद में प्रश्नकाल के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान धर्मांध और कट्टरपंथी देश है और उसकी मानसिकता तो इंदिरा गांधी भी नहीं बदल पाई थीं।
भारत ने ट्रंप द्वारा लगाए गए डॉलर के प्रभाव को कमजोर करने के आरोप पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। भारत ने यह स्पष्ट किया है कि वह डॉलर को कमजोर करने या ब्रिक्स के लिए एक समान मुद्रा बनाने की कोई कोशिश नहीं कर रहा है।
गौरतलब है कि यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका ने भारत सहित विभिन्न देशों से आयातित वस्तुओं पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की है।