सीमा पर मिसाइल, इंटरनेट पर फेक न्यूज; भारत ने हर मोर्चे पर पाकिस्तान को दी मात
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। भारत ने इस दौरान पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। वहीं इस दौरान 100 से ज्यादा आतंकी भी मारे गए।

पहले आतंकियों के खिलाफ करारा प्रहार और फिर पाकिस्तान के साथ चार दिन तक चले सैन्य टकराव के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने दुश्मनों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। भारत ने पाकिस्तान की तरफ से किए गए मिसाइल हमलों को आसमान में ही तबाह कर दिया। वहीं सीमा पर चल रही लड़ाई से इतर साइबर योद्धाओं ने भी डिजिटल घुसपैठ और फेक न्यूज फैलाए जाने के अभियान का डटकर मुकाबला किया।
भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में नौ आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया था। इसके पहले ही कई भारतीय वेबसाइट्स को साइबर हमलों का लक्ष्य बनाया गया था। अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के कुछ दिन बाद जालंधर स्थित आर्मी नर्सिंग कॉलेज की वेबसाइट को हैक कर लिया गया था और हैकर्स ने उस पर एक भड़काऊ संदेश लिख दिया गया था। वहीं एक सूत्र ने पांच मई को बताया कि हाल में एपीएस नगरोटा और एपीएस सुंजवान समेत कम से कम चार आर्मी पब्लिक स्कूलों को हैकर ने निशाना बनाया।
पाक के कई झूठे दावों का पर्दाफाश
वेबसाइट को हैक करने और उनमें सेंध लगाने के प्रयासों के अलावा, अप्रैल के अंत में भारत और भारतीय सशस्त्र बलों ने इंटरनेट पर फेक न्यूज के तहत फैलाए जा रहे एजेंडा का भी मुकाबला किया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू होने और पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई के बाद यह हमले और तेज हो गए थे। संघर्ष के दौरान भारत की मजबूत वायु रक्षा प्रणाली ने श्रीनगर से सर क्रीक तक भारतीय हवाई क्षेत्र में अतिक्रमण करने वाले कई ड्रोन को रोका, उनसे मुकाबला किया और उन्हें निष्प्रभावी कर दिया। वहीं जमीन पर साइबर विशेषज्ञों ने गलत दावों और फर्जी खबरों को फैलाने की सभी कोशिशों को नाकाम कर दिया। सरकार के प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) ने पहलगाम हमले के बाद से पाक के कई झूठे दावों का पर्दाफाश किया है।
नए युग का युद्ध
सामरिक मामलों के विशेषज्ञों और कई रक्षा थिंक टैंक के सदस्यों का कहना है कि साइबर क्षेत्र में गलत सूचना और फर्जी खबरें फैलाना, विशेष रूप से संघर्ष के समय किसी भी नए युग के युद्ध का हिस्सा है। दिल्ली स्थित मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान के वरिष्ठ प्रबंधन के एक सदस्य ने कहा, ‘‘यह एक ऐसा खेल है, जिसमें भले ही जानकारी गलत हो, विरोधी पक्ष दूसरे पक्ष का मनोबल गिराने का प्रयास करता है।’’