भारत-पाकिस्तान मैच देख रहे टीएनबी कॉलेज के बड़ा बाबू को घर में घुस मारी गोली, सनसनी
- वह रात में प्रभु नारायण मंडल के साथ अपने क्वार्टर में बैठ भारत-पाकिस्तान मैच देख रहा था। तभी क्वार्टर के पीछे रहने वाले कर्मचारी शंभू नाथ झा का बेटा संजीव झा कमरे में घुसा और हथियार निकालकर लेटे प्रभु के सीने में गोली मार दी।

बिहार के भागलपुर जिले में टीएनबी कॉलेज के बड़ा बाबू की कॉलेज परिसर स्थित उसके सरकारी क्वार्टर में घुसकर बदमाश ने गोली मारकर हत्या कर दी। गंभीर अवस्था में उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही सदर अस्पताल की इमरजेंसी में विश्वविद्यालय व तातारपुर थानाध्यक्ष अपने दलबल के साथ पहुंचे। बाद में डीएसटी सिटी अजय चौधरी ने मौके पर पहुंचकर इस मामले के बारे में जानकारी ली। घटना रविवार की रात करीब 10 बजे की है।
घटना के चश्मदीद रहे सत्यम ने बताया कि ललमटिया थानाक्षेत्र के नसरतखानी नेताजी कॉलोनी निवासी प्रभु नारायण मंडल (40) पिता स्व. राम नारायण मंडल टीएनबी कॉलेज में बड़ा बाबू (तृतीय श्रेणी कर्मी) था। उसे टीएनबी कॉलेज परिसर स्थित अश्विनी हॉस्टल के सामने सरकारी क्वार्टर आवंटित था। वह रात में प्रभु नारायण मंडल के साथ अपने क्वार्टर में बैठ भारत-पाकिस्तान मैच देख रहा था। तभी क्वार्टर के पीछे रहने वाले कर्मचारी शंभू नाथ झा का बेटा संजीव झा कमरे में घुसा और हथियार निकालकर लेटे प्रभु के सीने में गोली मार दी।
गोली मारने के बाद संजीव मौके से फरार हो गया। इधर, गोली लगने से घायल प्रभु नारायण को बाइक से सीधे सदर अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंचे विवि थानाध्यक्ष सुप्रिया कुमारी और तातारपुर थानाध्यक्ष अपने दलबल के साथ सदर अस्पताल पहुंचे और लाश को अपने कब्जे में लेकर परिजनों से पूछताछ करने लगे।
भतीजा बोले, मेरे चाचा को कोई अकेला नहीं मार सकता
टीएनबी कॉलेज के बड़ा बाबू (तृतीय श्रेणी के कर्मचारी) प्रभु नारायण मंडल की हत्या जिस बेखौफ अंदाज में की गई है। इस हत्या के पीछे के कई कारण सामने निकल के आ रहे हैं। मृतक के भतीजों का कहना है कि उसके चाचा को एक व्यक्ति गोली नहीं मार सकता है, क्योंकि उसके चाचा अपने जमाने के जिला स्तरीय क्रिकेटर थे और आज भी उनकी पर्सनालिटी ऐसी थी कि कोई भी अकेला इंसान उन्हें कमरे में गोली मारकर निकल नहीं सकता है।
वहीं प्रभु नारायण की मौत के दौरान उसके साथ रहे सत्यम का कहना है कि घटनास्थल से चंद दूरी पर रहने वाले संजीव झा ने ही उसकी हत्या की है और उस वक़्त उसके साथ कोई नहीं था। दावे व कारण चाहे जो हो, लेकिन एक सच्चाई यह है कि मृतक व उसके एक सहयोगी ने विश्वविद्यालय के बागीचे का 12 लाख का बकाया न देने वाले शख्स की गारंटी ली थी। और शनिवार यानी 22 फरवरी को ही मृतक व उसके साथी सह विश्वविद्यालय के कर्मचारी के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन ने दोनों के वेतन से छह-छह लाख रुपये की रिकवरी का आदेश जारी किया था।
टीएमबीयू के इस्टेट पदाधिकारी ने शनिवार को जारी पत्र में कहा था कि साल 2024 में विश्वविद्यालय के कर्मचारी विजय मंडल ने विश्वविद्यालय के आम के बगीचे से फल की निर्धारित राशि जमा नहीं की थी तो टीएनबी कॉलेज के प्रभु नारायण मंडल व विश्वविद्यालय के कर्मचारी शिवनंदन मंडल ने विश्वविद्यालय को शपथ पत्र देकर फल तोड़ने की अनुमति प्रदान करने का आग्रह विश्वविद्यालय प्रशासन से किया था। इस शपथ पत्र के जरिए दोनों ने कहा था कि अगर विजय मंडल ने बकाये की राशि जमा नहीं की तो उनके वेतन से काट लिया जाये। थानाध्यक्ष सुप्रिया कुमारी ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। जब तक आरोपी पकड़ा नहीं जाता, तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता।