स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि हेल्थ डिपार्टमेंट में जिन नए पदों पर बहालियों के लिए विज्ञापन प्रकाशित किए गए हैं, उनके अलावा हाल के दिनों में निकाली गयी रिक्तियों को मिलाकर कुल 35,383 पदों पर नई बहाली की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
पटना से दुबई, कुवैत व अन्य देशों में जाने वाले यात्रियों को एक मई से दो से तीन हजार तक महंगा किराया चुकाना होगा। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद उपजी परिस्थितियों में दिल्ली और अन्य जगहों से कनेक्टिंग विमानों का मार्ग बदलने से उनका समय भी बदला गया है।
पाकिस्तानी दामाद और बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले आफताब आलम का गुस्सा सातवें आसमान पर है। उनकी बीवी सायना और बेटी आफिया फिलहाल कराची हैं फिर भी उन्होंने पाकिस्तान पर सीधा हमला करने और मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की है।
सासाराम के नौहट्टा थाना क्षेत्र के बांदू गांव में सोन नदी में 5 बच्चों के डूबने से हड़कंप मच गया। गोताखोरों की मदद से 2 लड़कियों के शवों को बरामद कर लिया गया है। वहीं दो लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। एक बच्ची की तलाश जारी है
पहलगाम में हुए आंतकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों का वीजा रद्द करने का जो फैसला लिया है, वो बिहार में भी पूरी तरह लागू होगा। वीजा रद्द होने के बाद बिहार में एक भी पाकिस्तानी नहीं रहेगा। ये बात डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कही है।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राजद चीफ लालू यादव पर बड़ा हमला बोला है। उन्होने कहा कि जनता लालू परिवार को मौका नहीं दे सकती है। क्योंकि लालू यादव ने बिहार को सिर्फ लूटने का काम किया है। जबकि नीतीश कुमार ने बिहार का चौतरफा विकास किया है।
सीतामढ़ी में आरजेडी के जिला उपाध्यक्ष राम जिनिश यादव की पैसों के विवाद में हत्या कर दी गई। मृतक के बेटे ने बताया कि दिनेश महतो ने पिता से पैसे उधार लिए थे। पैसे मांगने पर उसने हमला कर दिया। जिसके बाद पटना में इलाज के दौरान उनक मौत हो गई।
नेपाल बॉर्डर के पास एक अमेरिकी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी वह टूरिस्ट बनकर काफी समय से भारत और नेपाल में रह रहा था।
सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा में एक 8 साल की बच्ची का 65 साल के शख्स ने बलात्कार कर दिया। पीड़ित परिवार पर पंचायत के जरिए दो लाख में मामला रफादफा करने का दबाव भी बनाया गया।
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी, कांग्रेस का महागठबंधन बिना मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए ही मैदान में उतर सकता है। इसके पीछे कई वजहें बताई जा रही हैं। कहा ये भी जा रहा है कि तेजस्वी यादव को कोऑर्डिनेशन कमिटी की कमान सौंपकर महागठबंधन ने अनौपचारिक रूप से सब स्पष्ट कर दिया है।