Community Health Center in Ramapur Denied CHC Status Patients Lack Essential Facilities भवन सौंपे जाने के बाद भी नहीं मिला सीएचसी का दर्जा, Bhabua Hindi News - Hindustan
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भवन सौंपे जाने के बाद भी नहीं मिला सीएचसी का दर्जा

रामपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा नहीं मिला है। इसके कारण मरीजों को 30 बेड और विशेषज्ञ चिकित्सकों की सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने 2024 में इसे...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआTue, 29 April 2025 09:09 PM
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भवन सौंपे जाने के बाद भी नहीं मिला सीएचसी का दर्जा

उत्क्रमित होने से मरीजों को 30 बेड व विशेषज्ञ चिकित्सक की मिलती सुविधा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन में संचालित किया जा रहा है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (बोले भभुआ) रामपुर, एक संवाददाता। भवन निर्माण कर सौंपे जाने के बाद भी रामपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा नहीं दिया गया। जबकि सीएचसी भवन में पीएचसी संचालित किया जा रहा है। लेकिन, मरीजों को सीएचसी की सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। अगर इसे सीएचसी का दर्जा मिलता तो इस अस्पताल में 30 बेड की सुविधा बहाल होती और मरीजों की स्वास्थ्य जांच व इलाज के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक होते। गंभीर मरीजों को रेफर करने की समस्या कम होती। सिजेरियन ऑपरेशन, सीएचसी के अनुरूप अधिक दवाओं की व्यवस्था, उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मरीजों को उपलब्ध होती। पूछने पर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रमेश कुमार बताते हैं कि वर्ष 2024 में सीएचसी का दर्जा देने व मानक के अनुसार अस्पताल में सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारी को पत्र लिखा गया है। लेकिन, इस दिशा में अब तक कुछ नहीं हो सका है। अगर इसे सीएचसी का दर्जा मिल जाता तो यहां संस्थागत प्रसव कराने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ सकती है। गर्भवती को अस्पताल लाकर संस्थागत प्रसव कराने का काम आशा वाखूबी करती आ रही हैं। मरीज मनीष कुमार व आशा देवी ने बताया कि सीएचसी का दर्जा मिलने पर स्त्री रोग, हड्डी रोग, दंत, सर्जन, फिजिशियन व अन्य विभाग के चिकित्सक यहां पदस्थापित किए जाते, जिससे मरीजों की स्वास्थ्य जांच व इलाज आसान होता। सड़क दुर्घटना व अन्य घटनाओं में घायल व झुलसे मरीजों को रेफर करने की नौबत नहीं आती। ऑपरेशन आसानी होता। नर्स से प्रसव कराने की नौबत नहीं आती। पीएचसी में चिकित्सक, नर्स, जीएनएम, स्टॉफ की कमी है। यहां के एक चिकित्सक को अधौरा में भेज दिया गया। सामान्य चिकित्सक की यहां सुविधा है। गंभीर मरीजों का यहां इलाज नहीं हो पा रहा है। ऐसे में मरीजों को परेशानी होती है। फोटो- 29 अप्रैल भभुआ- 2 कैप्शन- रामपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचालित पीएचसी के चिकित्सक से मंगलवार को स्वास्थ्य जांच कराकर बाहर निकलते मरीज।

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