'सत्ताईस के लिए सावधान', भाजपा के खिलाफ सपा ने फिर छेड़ा पोस्टर वॉर; चुनाव आयोग को भी कोसा
- मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर मिली करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी के लखनऊ मुख्यालय के बाहर एक बार फिर विवादित पोस्टर देखने को मिल रहे हैं। इस नई पोस्टर वॉर में भाजपा के साथ-साथ चुनाव आयोग को भी निशाने पर लिया जा रहा है। अब लगे पोस्टर में लिखा है-'सत्ताईस के लिए सावधान।'
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Posters at Samajwadi Party office in Lucknow: उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर मिली करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी के लखनऊ मुख्यालय के बाहर एक बार फिर विवादित पोस्टर देखने को मिल रहे हैं। इस नई पोस्टर वॉर में भाजपा के साथ-साथ चुनाव आयोग को भी निशाने पर लिया जा रहा है। रविवार को वहां एक नया पोस्टर दिखा जिसमें 2027 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सावधान रहने का आह्रवान दिख रहा है। वहीं दो दिन पहले ही सपा दफ्तर पर लगे एक विवादित पोस्टर में चुनाव आयोग को सफेद कपड़ा ओढ़ाने की बात कही गई थी। सपा के नए तेवरों से यूपी का सियासी पारा हाई होता जा रहा है। अब लगे पोस्टर में लिखा है-'सत्ताईस के लिए सावधान।'
2027 के चुनाव में अभी दो साल बचे हैं लेकिन उत्तर प्रदेश के बड़े नेता और राजनीतिक दल अभी से चुनावी मोड में आ गए हैं। जहां सत्तारूढ़ भाजपा दिन-रात तैयारी में जुटी है वहीं मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी भी कमर कस रही है। ऐसे में 5 फरवरी को मिल्कीपुर में हुए उपचुनाव को लेकर दोनों के बीच सियासी रार 8 फरवरी को नतीजे आने के बाद भी तेज होती जा रही है। दो दिन पहले समाजवादी पार्टी कार्यालय पर एक और पोस्टर लगा था जिसमें लिखा था-'27 में आएंगे अखिलेश, 32 में भव्य अर्धकुंभ कराएंगे विशेष।' इस पोस्टर में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की गंगा में स्नान करने की फोटो लगाई गई थी।
वहीं आठ फरवरी को मिल्कीपुर के नतीजे सामने आने के बाद सपा कार्यालय के बाहर लगे पोस्ट में लिखा है- 'सत्ताईस के लिए सावधान'। पोस्टर में आगे बहुत सी बातों के अलावा लिखा है-'भाजपा और निर्वाचन आयोग मिलकर तैयार करते हैं वोटर लिस्ट मतदान और मतगणना तक होता है मिली भगत से भ्रष्टाचार।' यह पोस्टर समाजवादी पार्टी के नेता पूर्व प्रदेश सचिव मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड राम सुधाकर यादव ने लगवाया है। पोस्टर में यह भी लिखा है कि सत्ताईस के लिए सावधान जागरूकता यात्रा की जरूरत पूरे उत्तर प्रदेश में। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से सत्ताईस के लिए सावधान जागरूकता यात्रा की मांग की गई है।
मिल्कीपुर उपचुनाव में क्या हुआ?
बहुचर्चित मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने रिकार्ड मतों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए प्रतिष्ठा की सीट बनी मिल्कीपुर सीट पर भाजपा ने अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। चंद्रभानु ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजीत प्रसाद को 61710 वोटों से शिकस्त दी है। चंद्रभानु पासवान को जहां 146397 वोट मिले वहीं स्थानीय सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को 84687 मत ही प्राप्त हुए। मिल्कीपुर विधानसभा से समाजवादी पार्टी के विधायक रहे अवधेश प्रसाद के फैजाबाद से सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई इस सीट पर उपचुनाव हुए थे। सपा ने सांसद पुत्र अजीत प्रसाद को अपना प्रत्याशी बनाया था।