अम्बेडकरनगर-सामूहिक प्रयास से देश होगा बाल विवाह कुरीति से मुक्त
Ambedkar-nagar News - अम्बेडकरनगर में बाल विवाह पर एक प्रेस वार्ता के दौरान जनविकास संस्थान के प्रोजेक्ट मैनेजर अवधेश कुमार ने कहा कि बाल विवाह समाज की बड़ी कुरीति है। महिलाओं की साक्षरता और समाज का सहयोग जरूरी है। संस्था...

अम्बेडकरनगर, संवाददाता। बाल विवाह समाज की सबसे बड़ी कुरीति है। इस पर पूरी तरह से अंकुश लगाए जाने की जरूरत है। इसके लिए महिलाओं को शतप्रतिशत साक्ष्ज्ञर होने की जरूरत है। यदि कहीं भी बाल विवाह होता नजर आए, तो उसे रोकने के लिए समाज के सभी वर्ग के लोगों को आने की जरूरत है। यह बातें मंगलवार को अकबरपुर में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान सामाजिक संस्था जनविकास संस्थान के प्रोजेक्ट मैनेजर अवधेश कुमार ने कही। अवधेश कुमार ने कहा कि उनकी संस्था लगातार बाल विवाह पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए इोस कदम उठा रही है। जब भी कहीं से बाल विवाह की जानकारी मिलती है, तो संस्था के पदाधिकारी मौके पर पहुंचते हैं और संबधित लोगों को समझा बुझाकर बाल विवाह कराने से रोकते हैं। ऐसे प्रयास का ही नतीजा है कि वष्र्ज्ञ 2024-25 में तीन सो से अधिक बाल विवाह होने से संस्था ने रोका है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2030 तक देश को बाल विवाह जैसी कुरीति से पूरी तरह से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इसे पूरा करने की जिम्मेदारी हम सभी पर है। संस्था के निदेशक राजमणि ने कहा कि अभी भी देश में बाल विवाह हो रहे हैं। ऐसा इसलिए कि लोगों में जागरूकता की कमीं है। इस कुरीति पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए शतप्रतिशत साक्षरता की जरूरत है। बताया कि बाल विवाह पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए संस्था ने अब धर्मगुरुओं का भी सहारा लेना शुरू कर दिया है। उनसे अपील की जा रही है कि वे बाल विवाह न होने दें। सामूहिक प्रयास से ही हम न सिर्फ जिले, बल्कि देश को बाल विवाह जैसी कुरीति से मुक्त करा सकेंगे। बताया कि मौजूदा समय में अकबरपुर, भियांव व रामनगर विकास खंड के 50 ग्राम पंचायत को पूरी तरह से बाल विवाह मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
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