बैठक के बाद शशि थरूर के बयानों के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि थरूर की टिप्पणी पार्टी की राय नहीं होती है।
डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों ऐसा दावा किया था कि उनकी मध्यस्थता से भारत और पाकिस्तान सीजफायर पर सहमत हुए। इतना ही नहीं, उन्होंने कश्मीर मुद्दे की भी बात छेड़ी। अब ट्रंप के दावों पर शशि थरूर ने अंदर की बात बताई है।
India pakistan tension: भारत-पाकिस्तान के बीच लागू हुए सीजफायर के बाद सोशल मीडिया पर लगातार पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना हो रही है। इस पर कांग्रेस सांसद ने सीजफायर की तारीफ करते हुए कहा कि यह एक सही फैसला है। 1971 और 2025 की परिस्थितियों में फर्क है।
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर डील के कुछ घंटे बाद ही एक बार फिर पाकिस्तानी सेना ने सीमा पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसको लेकर शशि थरूर ने एक शेर के जरिए तंज सका है।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच सीजफायर समझौते पर दोनों तरफ से सहमति बन गई है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस सिलसिले में अपना बयान दिया है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि आतंकियों ने हमारे देश की महिलाओं का सिंदूर पोछा। सिंदूर और खून का रंग एक ही है। आतंकियों ने जो खून बहाया है उसके बदले का यह ऑपरेशन बहुत जरूरी था।
पाकिस्तान के गुहार के बाद बुलाई गई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में खुद पाकिस्तान को ही फजीहत झेलनी पड़ी है। कांग्रेस नेता और दिग्गज राजनीतिज्ञ शशि थरूर ने UNSC की इस बैठक को लेकर पूरा हिसाब समझाया है।
मोदी ने कहा कि इस बंदरगाह का निर्माण 8,800 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और निकट भविष्य में इसके ‘ट्रांसशिपमेंट हब’ की क्षमता तीन गुना हो जाएगी।
पहलगाम आतंकी हमले पर कांग्रेस नेताओं द्वारा बयान दिया जाना जारी है। पार्टी ने नेताओं को सलाह दी थी कि पार्टी लाइन से हटकर कोई भी नेता पहलगाम मामले पर कोई बयान ना दें। रविवार को भी थरूर ने इस मामले में बयान दिया था।
कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि थरूर ने प्रधानमंत्री मोदी की इस साल हुई अमेरिका यात्रा की तारीफ की थी। उन्होंने कहा, ‘आप कांग्रेसी हैं और पूछना चाहिए कि मोदी जी पाकिस्तान को 1965 और 1971 की कांग्रेस सरकार की तरह सबक कब सिखाएंगे।’