क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी है कि पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान 6000 से अधिक भारतीय प्रशंसक ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे। ये सीरीज काफी ज्यादा दिलचस्प रही थी।
बीसीसीआई को सजेशन मिला है कि टेस्ट क्रिकेट इंसेंटिव स्कीम में थोड़ा बदलाव किया जाए और अब परफॉर्मेंस के आधार पर खिलाड़ियों को वैरिएबल पे मिले। 2022-23 से बीसीसीआई ने इस स्कीम को लागू किया था
अगले 2-3 महीने मैं कप्तान हूं, BCCI भविष्य का विकल्प देख ले। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ये बात कप्तान रोहित शर्मा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को लेकर हुई रिव्यू मीटिंग में कही है। रोहित ने आखिरी मैच नहीं खेला था।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा रहे देवदत्त पडिक्कल, प्रसिद्ध कृष्णा और अभिमन्यु ईश्वरन विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने वाले हैं। ईश्वरन को एक भी मैच बीजीटी में खेलने का मौका नहीं मिला।
BGT में किस फेज में भारतीय गेंदबाज मात खा गए। उसके बारे में जान लीजिए। आंकड़ों में निकलकर आया कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हारने का कारण इंडिया के लिए 31 से 80 ओवर के खेल को कंट्रोल नहीं कर पाना रहा।
सिडनी टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह को सैम कोंस्टास ने उकसाया था। इस बात को उन्होंने कबूल किया है। इससे ऑस्ट्रेलिया को ही नुकसान हुआ था, क्योंकि उस्माना ख्वाजा का विकेट भारत को मिल गया था।
अर्शदीप सिंह ने अपनी इनस्विंगर से एक बाएं हाथ के बल्लेबाज के स्टंप्स बिखेर दिए। इस वीडियो को देखकर फैंस खुश हैं, लेकिन उन्होंने सवाल किया है कि BGT में वे कहां थे? उनका सिलेक्शन ऑस्ट्रेलिया के लिए क्यों नहीं हुआ।
रोहित शर्मा के टेस्ट करियर पर फैसला अब चीफ सिलेक्टर अजीत आगरकर के हाथ में है। उनको तय करना है कि रोहित का भविष्य इस फॉर्मेट में क्या होगा। हो सकता है कि रोहित को टेस्ट टीम से बाहर कर दिया जाए।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी प्रेजेंटेशन के दौरान सुनील गावस्कर को नहीं बुलाया गया, जिसे भारत एक अपमान के तौर पर देख रहा है। इस बीच बीसीसीआई के उपाध्यक्ष का बयान भी सामने आ गया है, जिन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की निंदा की है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर रॉडनी हॉग ने सैम कोंस्टास को स्लॉगर का दर्जा दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि अगर वह ऐसे ही खेले तो टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा दिन नहीं टिक पाएंगे। श्रीलंका में ऐसा नहीं चलेगा।